- 100 करोड़ से ज्यादा का हुआ स्टांप घोटाला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: 100 करोड़ से ज्यादा के हुए स्टांप घोटाले में बिल्डरों ने चार सौ लोगों को विशाल वर्मा के पास बैनामे कराने के लिए भेजा था। जिससे उनके बैनामों में 25-25 हजार के नकली स्टांप लगाए गए। एसआईटी ने कई बिल्डरों व कालोनाइजरों के साथ 51 लोगों को चिह्नित किया है। जिनसे विशाल वर्मा की सेटिंग थी। वह भी विशाल के पास अपनी जमीन का बैनामा कराने के लिए लोगों को भेजते थे। इसके साथ एसएसपी ने विशाल वर्मा के गिरफ्तारी तेज करते हुए उसके खिलाफ इनाम बढ़ाने की तैयारी कर ली है।
मेरठ में 100 करोड़ से ज्यादा के हुए स्टांप घोटाले की जांच एसएसपी डा. विपिन ताडा की एसआईटी टीम कर रही है। अब तक टीम ने स्टांप घोटाले को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे कर दिए है। इसके साथ वांटेड चल रहे विशाल वर्मा पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। उपनिबंधक विभाग की तरफ से दर्ज कराए गए साढ़े नौ मुकदमों की एफआईआर कापी भी निकलवा ली है।
एसआईटी टीम के नोडल अवनीश कुमार का कहना है कि कई बिल्डरों से विशाल वर्मा की सेटिंग थी। उनके यहां से जमीन खरीदने वालों के बैनामे विशाल के पास कराए गए। विशाल ने आॅनलाइन की जगह 25-25 हजार के नकली स्टांप पेपर लगाकर बैनामे कराए। जिससे कुछ कमीशन बिल्डरों को भी दिया गया। करीब 450 लोगों ने विशाल वर्मा से अपनी जमीनों के बैनामे कराए। जिसमें फर्जी स्टांप लगे हुए हैं।
फॉरेंसिक लैब बताएगी बैनामे असली या नकली
एसआईटी के नोडल अवनीश कुमार का कहना है कि स्टांप पेपरों को फॉरेंसिक लैब नासिक भेजा जाएगा। वहां की लैब रिपोर्ट बताएगी कि स्टांप नकली है या असली, अगर स्टांप असली है तो कहां से चोरी किए गए। यदि स्टांप नकली है तो कहां से प्रिटिंग कराए गए। दोनों ही मामले में 25 हजार के इनामी विशाल की घेराबंदी की जाएगी।
विशाल वर्मा के साथ जुड़ रहे कई नाम
विशाल के साथ स्टांप घोटाले में अभी तक 51 लोगों के नाम सामने आए है। उनके सबूत भी पुलिस ने एकत्रित कर लिए है। अभी पुलिस बड़े बिल्डरों के खिलाफ सबूत खंगाल रही है। जिससे उनको मुकदमे में मुल्जिम बनाया जा सकें।
इनाम बढ़ाने की तैयारी
विशाल वर्मा की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी डा. विपिन ताडा ने इनाम बढ़ाने की तैयारी कर ली है। उन्होंने बताया कि विशाल वर्मा की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें लगी हुई है। उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
सांसद गोविल से मिले मेरठ व्यापार मंडल के व्यापारी
स्टांप घोटाले के खुलासे व आरोपी विशाल वर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मेरठ व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष जीतू सिंह नागपाल के नेतृत्व में काफी संख्या में व्यापारी सांसद अरुण गोविल से मिले। उन्होंने एक शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि व्यापारियों पर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन रिकवरी के नोटिस भेज रहा है। पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है।
उन्होंने मांग की है कि विशाल वर्मा पर इनाम की राशि दोगुनी की जाएगी। स्टांप घोटाले का खुलासा किया जाए। इस अवसर पर अध्यक्ष संजीव अग्रवाल, महामंत्री अर्पित मूंगा, शैंकी वर्मा, महासचिव मनीष कपूर, जिला मंत्री उमाशंकर, करण कपूर, कुशन गोयल, पंडित तरुण शर्मा, विनीत पंडित, बाबू मलिक, राजन सिंघल आदि मौजूद रहे।