Wednesday, May 7, 2025
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मीरपुर जखेड़ा में तीन मौत, वजह बताने को कोई तैयार नहीं

  • ग्रामीणों का दावा जहरीली शराब पीने से हुई मौत लेकिन प्रशासन का इनकार
  • पुलिस ने विरोध के बीच शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

जनवाणी संवाददाता |

जानी खुर्द: क्षेत्र के एक गांव मीरपुर जखेड़ा तीन ग्रामीणों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि इनकी मौत जहरीली शराब पीने के कारण हुई है। गांव में आबकारी और पुलिस प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।

सूचना पर पहुंचे आबकारी उपायुक्त का ग्रामीणों ने थाने पर घेराव कर मौतों का जिम्मेदार बताया और जमकर हंगामा कर अवैध शराब की ब्रिकी पर रोक लगाने की मांग की। आबकारी विभाग ने जहरीली शराब से हुई मौतों से इंकार किया है।

थाना क्षेत्र के गांव मीरपुर जखेड़ा निवासी जग्गू (36) पुत्र वीर सिंह कश्यप, पवन (40) पुत्र नरपत व अमित (28) पुत्र भूले यादव मंगलवार शाम को मीरपुर जखेड़ा में बिक रही अवैध जहरीली हरियाणा मार्का शराब खरीदकर कंवरसेन की ट्यूबवेल पर पहुंचे। ग्रामीणों के अनुसार सभी चारों दोस्तों ने वहां बैठकर शराब पी और घर चले गये।

ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार रात जग्गू, पवन व अमित की अचानक तबीयत बिगड़ गयी। जिस पर तीनों को कस्बा बालैनी में उपचार के लिए ले जाया गया। जहां जग्गू और पवन को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि अमित की हालत गंभीर होने के चलते मेरठ के लिए रेफर कर दिया।

अमित को बचाने के लिए डाक्टरों ने भरसक प्रयास किया, लेकिन कई घंटे वेंटिलेटर पर रखने के बाद भी अमित को नहीं बचाया जा सका। जानकारी पर लाव लश्कर के साथ क्षेत्राधिकारी सरधना राजेंद्र कुमार, थाना प्रभारी निरीक्षक ऋषिपाल सिंह कई चौकी प्रभारी व फोर्स के साथ गांव पहुंचे।

थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया तो ग्रामीणों और परिजनों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। थाना पुलिस ने परिजनों व ग्रामीणों के विरोध के बीच शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मीरपुर जखेड़ा में शराब पीने वालों की सबसे पहले आंखों की रोशनी चली गयी।

जग्गू, पवन व अमित ने बताया कि उन्होंने गांव से ही अवैध शराब खरीदी थी। परिजनों को जैसे ही जहरीली शराब सेवन की जानकारी हुई तो परिजन उन्हे गंभीर हालत में बालैनी में चिकित्सक के पास ले गये। मेरठ के लिए रेफर कर दिया, लेकिन मेरठ पहुंचते ही पवन व जग्गू ने दम तोड़ दिया।

जबकि अमित में सांस देखकर उसे भर्ती कर लिया, लेकिन उसको भी नहीं बचाया जा सका। मीरपुर जखेड़ा पहुंचे आबकारी उपायुक्त का ग्रामीणों ने थाने पर घेराव कर हंगामा किया।

गांव में अवैध शराब कारोबारियों के यहां छापा मारने पहुंचे आबकारी आयुक्त को गांव की महिलाओं ने जमकर खरी-खोटी सुना हंगामा किया। आबकारी उपायुक्त सुरेश चन्द्रा, वीपी माने सहायक आयुक्त, मोहम्मद असलम सहित थाना पुलिस के साथ अवैध शराब का धंधा करने वालों के यहां छापा मारने के लिए पहुंचे।

आबकारी उपायुक्त ने महिलाओं को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। आबकारी व पुलिस टीम ने शराब करने वाले लोगों के यहां छापे मारे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला और मकानों पर ताले लटके हुए दिखाई दिए।

जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार का कहना है कि तीनों का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन एल्कोहल की पुष्टि नहीं हुई है। इनका बिसरा जांच के लिये सुरक्षित रख लिया गया है।

सीओ सरधना राजेन्द्र कुमार का कहना है कि गांव में जहरीली शराब की चर्चा हो रही थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका कोई जिक्र नहीं है और बिसरा सुरक्षित रख लिया है।

गौरतलब है कि इससे पहले रोहटा के डूंगर गांव में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हुई थी। मृतकों के परिजन अभी तक सरकारी मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं।

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