इधर अभिनेत्री अदा शर्मा ने फिल्म बस्तर के जरिए फिर जोरदार दस्तक दी है। इस फिल्म में भी उनका लुक बिल्कुल जुदा है। असल में बहुमुखी प्रतिभा की धनी अदा ने केरला स्टोरी से अपना एक्टिंग ट्रेक काफी बदला है। ताजा हुई एक मुलाकात में उन्होने साफ कहा कि अब वह सब्जेक्ट बेस्ड फिल्मों को पहली प्रॉयट्री दे रही है। उस बातचीत के अंश-
बस्तर के रिस्पान्स से कितनी संतुष्ट है
-इस बारे में तो आप दर्शकों से बात कीजिए। मुझे तो किसी ने भी बुरी फिल्म नहीं कहा। यह अपने टार्गेट ओडियंस को भरपूर अपील करती है। पर केरला स्टोरी के साथ इसकी तुलना करना ठीक नहीं होगा। मगर बिलाशक यह एक अच्छी फिल्म है।
लगातार दो आॅफबीट फिल्मों के बाद कितनी बदली है आपकी फिल्मी पृष्ठभूमि
-बहुत ज्यादा। मैं इधर बहुत कुछ नया कर रही हूं। अपनी अगली फिल्म में भी मैं एक महिला सुपर हीरो का रोल कर रही है। एक वेब सीरिज भी है। यह एक अच्छी बात है कि सब्जेक्ट बेस्ड फिल्मों के लीड रोल के लिए मेरे नाम पर विचार किया जा रहा है। यह कम बड़ी बात नहीं है कि लगभग 13 साल बाद मैं बॉलीवुड के हॉट जादू से मुक्त हुई हूं।
इसका श्रेय आप किसे देना चाहेगी
-निश्चित तौर पर द केरल स्टोरी, बस्तर जैसी फिल्मों ने इस मामले में मेरी काफी मदद की है। इन फिल्मों में मैंने अपने बोल्ड इमेज के विपरीत अपने सहज भाव अभिव्यक्ती से सबको अपने बारे में कुछ नया सोचने के लिए बाध्य कर दिया है। इससे पहले ज्यादातर फिल्मों में मेरे बोल्डनेस को ही हाइप किया जाता था। मगर इन फिल्मों ने सारी धारणा बदल दी।
यानी बॉलीवुड ने काफी दिनों तक आपको कोई तवज्जो नहीं दिया था
-बिल्कुल, आप ऐसा कह सकते है। इसकी एक बडी वजह यह है कि 2008 में जब मेरी पहली फिल्म 1920 रिलीज हुई थी, मैं मात्र 19 साल की थी। इसलिए तब मैं जरा भी यह समझ नहीं पाई थी कि मुझे कैसी फिल्में करनी चाहिए। वैसे भी हॉरर फिल्म में हीरोइन के लिए कम गुंजाइश रहती है। यही वजह थी कि इसके बाद की फिल्मों हम हैं राही कार के, हंसी तो फंसी में भी मुझे कुछ खास नोटिस नहीं किया गया। मगर 2013 की तेलुगू की सुपर हिट फिल्म हार्ट अटैक ने मुझे काफी मैच्योर बना दिया। मैंने तय कर लिया था कि मैं आगे भी ऐसी फिल्में ही करूंगी।
इसलिए दक्षिण की फिल्मों के प्रति आपका कुछ ज्यादा झुकाव है
-ऐसा तो सभी करते हैं। जहां आपको ज्यादा मौके मिलते हैं, वहां आपका ध्यान ज्यादा होता है। वहां तेलुगु की मैंने पांच फिल्मों में काम किया है, वे सबकी सब बड़ी हिट थीं। वहां के कई बडेÞ हीरो और डायरेक्टर के साथ मैंने काम किया है। मैं इसे बड़ा अनुभव मानती हूं।
आप अच्छी जिमनास्ट भी है
-अच्छी जिमनास्ट होने की वजह से नृत्य और एक्शन के मामले में मुझे काफी लाभ मिला है। मैंने स्कूल की पढाई भले ही पूरी न की हो, कथक में बैचलर की डिग्री हासिल किया है। यही नहीं अमेरिका जाकर जैज डांस का चार महीने का कोर्स भी किया है।
डॉ इति तिवारी