Saturday, July 27, 2024
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जगबीर की मौत पर प्रशासन के होश फाख्ता

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  • आत्मदाह की कोशिश के बाद बिगड़े हालात
  • अलीपुर मोरना के हालात पर नजर रखे हैं प्रशासन
  • पोस्टमार्टम हाउस छावनी में तब्दील, कई थानों की फोर्स तैनात
  • परिवार का अंतिम संस्कार से इंकार, अधिकारियों के फूल हाथ-पैर

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: न्यूटिमा हॉस्टिपल में भर्ती जगबीर की शनिवार को मौत की खबर मिलते ही अफसरों की गाड़ियां दौड़ने लगीं। हालांकि परिजनों का आरोप है कि मौत तो कल ही हो गई थी। मामले को मैनेज करने के प्रयासों के चलते मौत के ऐलान में देरी की गयी। केवल वेंटीलेटर के जरिये ही दिल का धड़कना जारी रखा गया था। जगबीर के पुत्र आकाश ने बताया कि गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया था। शरीर के बाकी अंग भी काम नहीं कर रहे थे।

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वहीं, दूसरी ओर न्यूटिमा अस्पताल ने मीडिया को मौत की खबर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। अलीपुर मोरना गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। वहीं, दूसरी ओर परिजनों ने घटना के लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई होने तक अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है। यह खबर आने के बाद अफसरों के हाथ-पैर फूल गए।

पोस्टमार्टम हाउस पर भारी पुलिस फोर्स

जगबीर के शव के पोस्टमार्टम के दौरान वहां भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। सिविल लाइन सर्किल के सभी थानों की फोर्स वहां तैनात कर दी गयी। पुलिस फोर्स किसी भी हालात से निपटने में मुस्तैद नजर आ रही थी। हालात पर नजर रखने के लिए एसडीएम मवाना अखिलेश यादव व एसपी देहात कमलेश बहादुर के अलावा सीओ सदर देहात भी मौके पर मुस्तैद नजर आए।

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हालांकि अच्छी बात यह रही कि पोस्टमार्टम के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा। पोस्टमार्टम कराने के साथ ही प्रशासन की ओर से शव को अलीपुर मोरना भिजवाने के लिए एम्बुलेंस का पहले से ही इंतजाम कर लिया गया था। वहीं, गेट पर एम्बुलेंस खड़ी थी। परिवार व गांव के जो लोग मौजूद थे, अधिकारी उनसे लगातार बात कर संयत करने का प्रयास कर रहे थे। पोस्टमार्टम के निपटते ही यहां से शव को अलीपुर मोरना के लिए रवाना कर दिया गया।

गांव में पुलिस फोर्स तैनात

जगबीर की मौत की जानकारी न्यूटिमा प्रबंधकों ने दोपहर को दी, लेकिन इससे पहले अलीपुर मोरना में प्रशासन ने सुबह से ही भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी थी। दरअसल, पुलिस को खबर मिली थी कि बड़ी संख्या में लोग अलीपुर मोरना से एसडीएम कार्यालय के लिए महापंचायत को जा रहे हैं। इस तरह की सूचना के बाद आनन-फानन में पुलिस की गाड़ियां अलीपुर मोरना पहुंचनी शुरू हो गयीं। पूरा गांव घेर लिया गया।

एसडीएम आज पहुंचे थे गांव

एसडीएम अखिलेश यादव और थाना प्रभारी विजय बहादुर शनिवार को गांव में पहुंचे थे, जहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया था। एसडीएम अखिलेश यादव ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। साथ ही कहा कि इस मामले में निष्पक्षता से पूरी जांच कराई जाएगी, लेकिन अब किसान की मौत होने से अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए हैं। अधिकारियों का प्रयास है कि घड़ी की चौथाई में जगबीर के शव का अंतिम संस्कार करा दिया जाए।

जगबीर की मौत से परिजनों में भारी आक्रोश

जगबीर की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में आक्रोश फैल गया। परिजन मवाना जाकर धरना-प्रदर्शन की जिद पर अड़े हैं, जबिक कुछ ग्रामीण पीड़ित परिवार को समझाने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन परिजन नहीं मान रहे हैं। उधर, प्रशासनिक अधिकारियों ने जगबीर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

परिजनों का अंतिम संस्कार से इनकार

परिजनों का कहना है कि जब तक दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक वह उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। सपा विधायक अतुल प्रधान और भाजपा नेता आकाश गुर्जर अभी गांव में मौजूद हैं। जो पीड़ित परिवार की ओर से मांगों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से अभी कोई मांग मंजूर नहीं की गई है। फिलहाल आश्वासन दिया जा रहा है। वहीं, मृतक के बेटे आकाश ने थाने पर कई अधिकारियों के खिलाफ हत्या के मामले में तहरीर दी है।

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