- गंगानगर व मवाना रोड पर मेडा की बड़ी कार्रवाई जमकर हंगामा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली के राजेन्द्र नगर इलाके में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर में बारिश का पानी भर जाने के हादसे के बाद बुधवार को अफसर जब हरकत में आए तो आनन-फानन में बेसमेंट में चल रहे तीन जिम सील कर दिए गए। अफसर हरकत में भी यूं ही नही आए, बल्कि शासन का जब चाबुक चला तब नींद टूटी। उसके बारद ही मेरठ विकास प्राधिकरण ने बुधवार को कार्रवाई शुरू कर दी। अलग-अलग टीमों ने गंगा नगर में पल्स जिम, मवाना रोड पर एक शोरूम परिसर के बेसमेंट में चलाए जा रहे ओकवुड जिम और गंगानगर में ही डी स्क्वायर फिटनेस जिम को सील कर दिया गया। इस बीच लोगों ने विरोध किया लेकिन भारी फोर्स के आगे किसी की एक न चली।
मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया कि मेडा टीम ने मंगलवार को 123 भवनों का सर्वे किया। इसमें 74 भवनों का नक्शा पास मिला और इनके यहां बनी बेसमेंट में से 34 बेसमेंट का प्रयोग व्यावसायिक तौर पर होता मिला। इसके अलावा 49 भवनों के बाद का नक्शा स्वीकृत नहीं मिला और इनमें चल रही 32 बेसमेंट का प्रयोग व्यावसायिक गतिविधि के रूप में होता मिला। कुल 66 बेसमेंट में अवैध रूप से व्यावसायिक गतिविधि मिली। इनमें बेसमेंट में गोदाम, स्टोर, कोचिंग सेंटर, बारात घर, दुकान, जिम, लाइब्रेरी, लैब, ओपीडी और शॉपिंग सेंटर के रूप में प्रयोग होता मिला।
प्राधिकरण के प्रवर्तन दल के प्रभारी अधिकारी प्रवर्तन अर्पित यादव ने बताया कि दोपहर में मवाना रोड पर टीम पहुंची और यहां एक परिसर में ओकवुड जिम संचालित हो रहा था। इस पर सील लगा दी गई। गंगा नगर में ही में डिवाइडर रोड पर बेसमेंट में संचालित पल्स जिम और गंगानगर में बेसमेंट में चल रहे डी स्क्वायर फिटनेस जिम को सील कर दिया गया। शहर भर में विभिन्न टीमों के साथ कार्रवाई की जा रही है।
जाम लगाने वाले 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सरधना: नगर में महक हत्याकांड के विरोध में चौराहे पर जाम लगाने वाले 150 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस सीसीटीवी व मोबाइल कैमरों से बनाई गई वीडियो के आधार पर जाम लगाने वालों की पहचान करनी लगी है। वहीं, मुकदमे के बारे में पता चलने पर मृतक पक्ष के लोगों में रोष व्याप्त है।
बता दें कि करीब एक सप्ताह पूर्व सरधना में कुम्हारान मोहल्ला निवासी महक पुत्री गुलजार की प्रेम प्रसंग के चलते निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्या के विरोध में लोगों ने शव चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया था। लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था। मामले में महक के पिता ने सात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा कर दिया था। पुलिस के अनुसार प्रेम प्रसंग में महज एक युवक ने महक की हत्या की थी। मामले में पुलिस पर लगातार आरोप लगते आए हैं।
अब पता चला है कि पुलिस ने जाम लगाने वाले 150 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। ये मुकदमा जाम लगाने के अगले ही दिन पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था। पुलिस सीसीटीवी व मोबाइल द्वारा बनाई गई वीडियो के आधार कर जाम लगाने वालों की पहचान करने में लगी हैं। मुकदमे के बारे में पता चलने के बाद मृतक पक्ष के लोगों में रोष व्याप्त है। इस संबंध में सीओ संजय जयसवाल का कहना है कि जाम लगाने वाले 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। फुटेज के आधार पर जाम लगाने वालों की पहचान की जा रही है।