- दो दर्जन घायल, सैकड़ों की संख्या में दलितों ने एसएसपी आॅफिस घेरा
- श्मशान घाट में पानी का बहाव करने पर दलित बस्ती के लोगों ने किया था विरोध
- नाला निर्माण का काम बंद करा दिया था प्रशासन ने
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मुंंडाली थाना क्षेत्र के गांव नंगला कबूलपुर में नाले के पानी का बहाव श्मशान घाट में करने का विरोध करने पर सैकड़ों लोगों ने दिन निकलते ही दलित ग्रामीणों पर हमला बोल दिया। दबंगों ने लाठी-डंडों से लोगों और महिलाओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। मारपीट हमले में करीब दो दर्जन लोग घायल हो गये।
सूचना के बाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। थाना पुलिस की ओर से कार्रवाई न करने पर सैकड़ों दलितों ने एसएसपी आॅफिस का घेराव किया और हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसएसपी के आदेश के बाद कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
नंगला कबूलपुर गांव में ठाकुर पक्ष के 1200 लोग रहते हैं, वहीं गांव में दलितों की संख्या करीब 300 के आसपास है। गांव में नाला निर्माण को लेकर ठाकुर पक्ष और दलित पक्षों के बीच विवाद चल रहा है। दलित पक्ष के लोगों का कहना है कि गांव प्रधान सुनीता तोमर और पति अजय तोमर ने नाला निर्माण कराकर पानी का बहाव उनके श्मशान घाट में कराना चाहते हैं।
जिससे श्मशान घाट में पानी भर जायेगा। जिसको लेकर कुछ दिन पहले प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नाला निर्माण का काम रुकवा दिया था, लेकिन प्रधान पति अजय तोमर ने रात के वक्त जेसीबी से नाला खुदवाकर उसक े पानी का रास्त दलितों के श्मशान घाट की ओर कर दिया था। मंगलवार सुबह सुनियोजित तरीके से ग्राम प्रधान पति अजय तोमर और सैकड़ों लोगों ने नाले का निर्माण कराते हुए उसके पानी का बहाव श्मशान घाट की ओर कर दिया।
जब इस बात की जानकारी दलित पक्ष के लोगों को हुई तो वे भी मौके पर आ गये। दोनों पक्षों के पानी के बहाव को लेकर कहासुनी हो गई। इसके चलते ठाकुर पक्ष के करीब 150 लोगों ने दलित लोगों पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। दबंग लोगों ने ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों को उनकी बस्ती में घुसकर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान गांव में अफरातफरी मच गई।
दबंगों के हमले में दलित पक्ष के करीब दो दर्जन लोग घायल हो गये। मारपीट की सूचना पर थाना मुुंडाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देखकर हमला करने वाले मौके से फरार हो गये। घायलों को पुलिस ने उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। दलित पक्ष की दो महिला और दो ग्रामीण को मेडिकल आईसीयू में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य घायलों को उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
दूसरे पक्ष के दो तीन लोग मामूली रूप से घायल हैं। थाना पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर सैकड़ों दलितों ने भीम आर्मी के साथ एसएसपी आॅफि स का घेराव कर प्रदर्शन किया। दलितों एसएसपी को शिकायत पत्र देते हुए थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि प्रधान ठाकुर है।
इसलिए थाना पुलिस प्रधान के दबाव में है। उनके साथ मारपीट की गई, लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी। एसएसपी के आदेश के बाद थाना पुलिस ने प्रधान सुनीता देवी और पति अजय तोमर सहित कई को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने सभी पर एससीएसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की है।
हमले में ये हुए घायल
मारपीट हमले में परविन्द्र, विनोद, कपिल, योगेन्द्र, देवेन्द्र, महिपाल, भूपशरण, उर्मिला, मिथलेश, पायल, जोगेन्द्र, सूरजमल, अशोक, राजेन्द्र, बालक राम, कविता, जगपाल, कन्हैया, शेर सिंह व पांच अज्ञात हैं।