Monday, July 14, 2025
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बाहुबली धनंजय को मुजफ्फरनगर के अभिनव से पंगा पड़ा भारी

  • सांसद धनंजय सिंह का जौनपुर में चलता है सिक्का
  • नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव का हुआ था अपहरण

जनवाणी संवाददाता |

मुजफ्फरनगर: जौनपुर के बाहुबली व पूर्व सांसद धनंजय सिंह को अभिनव अपहरण कांड में कोर्ट ने सजा सुनाई है। जिस अभिनव के अपहरण में धनंजय सिंह कोर्ट पहुंचे हैं, वह मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। अभिनव ने बाहुबली धनंजय सिंह के गढ़ में उसे चुनौती दी थी, जिसके बाद उसका अपहरण किया गया। अभिनव ने बिना ड़रे बाहुबली का सामना किया, जिसका नतीजा यह निकला कि धनंजय सिंह पर आरोप तय होने के बाद कोर्ट ने उसे सजा सुना दी है।

बता दें कि मुजफ्फरनगर निवासी अभिनव सिंघल तेवर से सख्त और खुशमिजाज है। अभिनव बचपन से ही पढ़ने में तेज थे। गणित और विज्ञान की रुचि इस कदर थी कि उन्होंने बड़े होकर पेशा भी इंजीनियरिंग ही चुना और वह नमामि गंगे प्रोजेक्ट से जुड़ गये। नमामि गंगे प्रोजेक्ट से जुड़ने के बाद अभिनव सिंघल को पता चला कि प्रोजेक्ट के अंदर भारी धांधली हो रही है। उन्होंने अपने तेवर सख्त किए।

पहले उन्हें कई तरह के प्रलोभन दिए गए, लेकिन अभिनव ईमानदारी से काम करते रहे, फिर धमकियां मिलने लगीं। जो लोग धमकियां दे रहे थे, उनमें से एक नाम बाहुबली धनंजय सिंह का भी था। हालांकि, अभिनव बिना डरे अपना काम करते रहे। 10 मई 2020 को अभिनव ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत से यूपी की राजनीति गरमा गई।

इस शिकायत में धनंजय सिंह पर संगीन आरोप लगाते हुए बताया था कि धनंजय अपने साथी विक्रम व अन्य दो लोगों के साथ पचहटिया स्थित साइट पर पहुंचे। यहां से धनंजय ने उसका किडनैप कर लिया। अभिनव के मुताबिक, आरोपियों ने उनका अपहरण फॉर्च्यूनर गाड़ी में किया। अपहरण कर धनंजय उसे अपने आवास ले गया। इसके बाद उन्हें पिस्टल दिखाकर धमकी दी गई। गंदी-गंदी गालियां दी गईं।

आरोपी चाहते थे कि अभिनव कम गुणवत्ता वाली सामग्री की आपूर्ति के लिए मंजूरी दे दे, जब उन्होंने इनकार किया तो जान से मारने की धमकी भी दी गई। यहां से जैसे-तैसे बचकर अभिनव भाग निकले और सीधे लेकर लाइन बाजार थाने पहुंचे। अभिनव ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

नतीजा यह रहा कि पुलिस ने धनंजय को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया और अगले दिन कोर्ट में पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।

2020 से यह मामला कोर्ट में विचाराधीन था और अभिनव सिंघल को इस बीच अनेकों धमकियां भी मिली, परन्तु वह बिना डर इस मामले की पैरवी करते रहे, आज नतीजा यह निकला कि धनंजय सिंह को कोर्ट ने सात साल की कैद व जुमार्ने की सजा सुना दी है। धनंजय सिंह को सजा सुनाए जाना अभिनव की बड़ी जीत है। बड़ी जीत इसलिए है कि इस बहादुर इंजीनियर ने बाहुबली के गढ़ में ही उसे चुनौती दी और सजा करवाई।

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