जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: मांगों को लेकर किसानों के दिल्ली मार्च का आज दूसरा दिन है। मंगलवार को हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस छोड़ी तो किसानों ने भी पथराव किया। ऐसे ही हालात जींद बॉर्डर पर भी दिखे। आज फिर दिल्ली कूच के लिए किसान तैयार हैं।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग देर रात शंभू बॉर्डर पर घायल हुए किसानों का हाल-चाल जानने राजपुरा के सरकारी अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने घायल किसानों की राहुल गांधी से फोन पर बात कराई। राहुल गांधी ने किसानों से उनकी चोट के बारे में जाना।
दातासिंह वाला बॉर्डर पर सुबह 11 बजे फिर तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। पंजाब की तरफ से किसानों ने बॉर्डर पर लगाई गई कील उखाड़नी शुरू कर दी हैं। धीरे-धीरे किसान आगे बढ़ रहे हैं। बुजुर्ग किसान युवाओं से अपील कर रहे हैं कि उनको पुलिस पर पत्थरबाजी नहीं करनी है, वह शांतिपूर्वक तरीके से बाधाओं को पार करते हुए आगे बढ़ेंगे।
यदि पुलिस आंसू गैस के गोले या पानी की बौछार बरसाती है तो उसका सामना करना है, वापस जवाब नहीं देना है। सुबह 10 बजे तक सभी किसानों ने खाना खाया और साढ़े दस बजे के आसपास बॉर्डर की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है। फिलहाल कील उखाड़ते समय पुलिस ने कोई विरोध नहीं किया है।
पटियाला के डीसी ने अंबाला डीसी को पंजाब के क्षेत्र के अंदर ड्रोन नहीं भेजने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने इस बारे में अंबाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी बता दिया है। अंबाला अधिकारियों के साथ मामला उठाने के बाद, उन्होंने अब सीमा पर ड्रोन की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया है।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने अस्पतालों का दौरा किया। वे किसान आंदोलन में घायल किसानों से मिले। मंत्री किसानों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। मंगलवार को ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बॉर्डर पर एंबुलेंस को तैनात किया था। इसके साथ ही संगरूर, पटियाला, डेराबस्सी, मानसा और बठिंडा के अस्पतालों को अलर्ट किया गया था।
हांसी और हिसार के किसान नेता खनोरी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। किसान नेता कुलदीप खरड़ ने बताया कि अभी सारे किसान शंभू बॉर्डर पहुंच रहे हैं।