जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आखिर कैंट बोर्ड के चुनाव 30 अप्रैल को होंगे। यह संभावित तिथि मानी जा रही है। पिछले कुछ समय से कैंट बोर्ड का कार्यकाल पूरा होने के बाद चुनाव नहीं कराए गए थे। दो बार मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल कैंट बोर्ड बढ़ाया जा चुका है।
ऐसी अवस्था में अब रक्षा मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें कहा गया है कि छावनी अधिनियम 2006 (2006 का अधिनियम संख्यांक 41) की धारा (15) की उपधारा (1) द्वारा प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए 30 अप्रैल 2023 को ऐसी तारीख के रूप में निर्देशित करती है, जिसको छावनी बोर्ड में साधारण निर्वाचन होंगे।
रक्षा मंत्रालय की अधिसूचना के जारी होने के बाद अचानक छावनी क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गई। क्योंकि, लंबे समय से चुनाव नहीं होने से राजनीति भी निष्क्रिय चल रही थी। अब कैंट के चुनाव 30 अप्रैल 2023 में कराए जा सकते हैं। इसकी अधिसूचना रक्षा मंत्रालय ने जारी कर दी है।
इसके विस्तार से अधिसूचना बाद में भी जारी की जाएगी, लेकिन फिलहाल भारत सरकार का राजपत्र जारी हुआ है, जिसमें 30 अप्रैल को चुनाव कराने की बात कहीं गई है। कैंट क्षेत्र को सिविल में शामिल करने की बात पहले चली थी, लेकिन वे तमाम बातें निर्मूल साबित हुई।
अब स्थिति साफ हो गई है कि कैंट का फिर से गठन होगा। जनता अपने अपने क्षेत्र पार्षद सुनकर कैंट बोर्ड में भेजेगी और पार्षद फिर उपाध्यक्ष का चुनाव करेंगे। इसकी सरगर्मी कैंट क्षेत्र में बढ़ गई है। क्योंकि लंबे समय से चुनाव नहीं हुए हैं, जिसके चलते राजनीति एक तरह से ठंडे बस्ते में चली गई थी।