- अवैध कालोनी, कॉम्प्लेक्स और भवनों पर गरजा एमडीए का पीला पंजा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को क्रांतिधरा पर आएंगे। इससे पहले मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम ने चारों जोन में एक बार फिर से अवैध कॉलोनी और अवैध कॉम्प्लेक्स तथा भवनों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर दी। सुबह से चारों जोन में जोन प्रभारियों तथा थाना पुलिस व पीएसी के साथ अभियान चलाया गया। अवैध कॉलोनियों और अवैध कांपलेक्स को ध्वस्त किया गया।
जोन ए द्वारिकापुरी के सामने नूर नगर में शहजाद की 2000 वर्ग मीटर में बनी अवैध कॉलोनी, लिसाड़ी खड़ंजा श्मशान घाट के सामने अकबर का व्यवसायिक निर्माण, परतापुर भूड़ बराल में अरविंद कुमार की 20000 वर्ग मीटर में बनी अवैध कॉलोनी, ग्राम सिखेड़ा, जोन बी में वृंदावन कॉलोनी के आगे करीब 8000 वर्ग गज में बनी राजीव पुंडीर की अवैध कॉलोनी, शोभित विश्वविद्यालय के पास दुल्हेड़ा गांव रुड़की रोड पर 10 बीघा में काटी जा रही अवैध कॉलोनी, ड्रीम सिटी सरधना रोड पर 20000 वर्ग मीटर में वेदनाथ यादव द्वारा काटी जा रही अवैध कॉलोनी, जोन सी के अंतर्गत 12000 वर्ग मीटर में ग्राम लखवाया में काटी जा रही राकेश दीवान की अवैध कॉलोनी, 40000 वर्ग मीटर में सुमित बैंसला द्वारा डिफेंस गार्डन के बराबर में ग्राम घाट की भूमि में अवैध रूप से काटी जा रही कॉलोनी समेत 16 मामला पर कार्रवाई चल रही है। एमडीए सचिव चंद्रपाल तिवारी ने बताया कि पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत सभी 4 जून में जोन प्रभारियों के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ ध्वस्तीकरण का अभियान चलाया जा रहा है।
जोन-ए में यहां हुई कार्रवाई
जोन-ए में शहजाद खसरा संख्या 2198, 2720 द्वारिकापुरी के सामने लोग करीब 2000 वर्ग मीटर में अवैध कॉलोनी डेवलप की थी, जिसपर मेरठ विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण कर दिया। इसी जोन में दूसरा अरविंद कुमार द्वारा रमेश एनक्लेव दिल्ली रोड भूडबराल में करीब 20000 वर्ग मीटर में सड़क का विकास और प्लाटिंग किया गया था, जिसे प्राधिकरण ने गिरा दिया।
तीसरा अकबर द्वारा बजोट, श्मशान घाट के सामने 500 वर्ग मीटर में व्यवसायिक निर्माण किया था, जिसे प्राधिकरण ने इस अवैध निर्माण को भी गिरा दिया। अवैध निर्माण गिराने के दौरान जोनल अधिकारी वीके सोनकर, अर्पित यादव, संजय वशिष्ट, योगेश गुप्ता, धीरज सिंह, उमाशंकर सिंह आदि मौजूद रहे।
जोन-बी में हुई कार्रवाई
मेरठ विकास प्राधिकरण ने जोन-बी में तीन स्थानों पर बुलडोजर चलाया। मोहम्मद रियाज खान के लाला मोहम्मदपुर में करीब 5000 वर्ग मीटर में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी, जिस पर प्राधिकरण इंजीनियरों ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। दूसरा संदीप एवं बबलू राणा द्वारा शोभित यूनिवर्सिटी के पीछे करीब 10 बीघा जमीन में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी।
इस पर भी प्राधिकरण के इंजीनियरों ने सड़क और साइट आॅफिस को ध्वस्त कर दिया। तीसरा दीपक नाथ द्वारा ड्रीम सिटी सरधना रोड पर करीब 20000 वर्ग मीटर में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी, जिसको प्राधिकरण इंजीनियरों ने गिरा दिया। बुलडोजर चलाने के दौरान जोनल अधिकारी मनोज तिवारी, सर्वेश गुप्ता, महादेव शरण, मनोज सिसोदिया आदि इंजीनियरों की टीम शामिल थी।
जोन-सी में हुई कार्रवाई
मेरठ विकास प्राधिकरण ने जोन -सी में राकेश दीवान द्वारा लखवाया कविनगर में करीब 12000 वर्ग मीटर भूमि में सड़क बनाकर प्लाटिंग की जा रही थी, जिसे प्राधिकरण इंजीनियरों ने गिरा दिया। इसमें साइट आॅफिस में भी बना था, उसे भी गिरा दिया। दूसरा सुमित बैसला डिफेंस गार्डन के बराबर में ग्राम घाट की भूमि में अवैध कॉलोनी करीब 40000 वर्ग मीटर में विकसित की जा रही थी।
इसको भी प्राधिकरण की टीम ने गिरा दिया। तीसरा विनोद शर्मा द्वारा वेदव्यासपुरी तेल डिपो से सटकर करीब 2000 वर्ग मीटर में अवैध दुकाने बनाई जा रही थी। इसे भी प्राधिकरण के इंजीनियर ने गिरा दिया। 90 वर्ग मीटर में भूतल पर चार दुकानों का निर्माण किया जा रहा था, जिसे जसवंत शुगर मिल में अमित गर्ग की होना बताया जा रहा है। इन चारों दुकानों को प्राधिकरण की टीम ने गिरा दिया। तोड़फोड़ के दौरान जोनल अधिकारी अरुण शर्मा, नरेश शर्मा , देवेंद्र सिंह, संजीव तिवारी आदि मौजूद रहे।
जोन-डी में हुई कार्रवाई
जोन-डी में भावनपुर थाना क्षेत्र के मनोज जैन द्वारा नवकार वाटिका अब्दुल्लापुर प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड में बिना मानचित्र स्वीकृत के पार्क की भूमि में अवैध रूप से साइड आॅफिस का निर्माण किया गया था, जिसके विरुद्ध प्राधिकरण इंजीनियर ने अभियान चलाकर इसे गिरा दिया।
इसके अलावा नौचंदी क्षेत्र में अकरम आदि द्वारा 100 वर्ग मीटर में अवैध रूप से एक बड़े हाल का निर्माण किया जा रहा था, जिसे प्राधिकरण इंजीनियरिंग गिरा दिया। खरखौदा थाना क्षेत्र के अलीपुर जिजमाना हापुड रोड पर हाजी निसार व हाजी इरशाद आदि द्वारा 20000 वर्ग मीटर जमीन में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी, जिसे गिरा दिया।