- दिन निकलने से पहले ही नेताओं के घरों को पुलिस ने किया लिया घेराबंदी में
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: भारत बंद के आह्वान को लेकर पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है बंद में अखबार रहने वाले नेताओं के घरों को पुलिस ने दिन निकलते ही घेर लिया। नेताओं को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। इसमें कई पूर्व विधायक और रालोद के नेता है। हालांकि पुलिस ने खाप चौधरियों पर अभी तक सख्ती नहीं दिखाई है। लेकिन मुख्य-मुख्य लोगों, जिन्हें बंद में अगवा रहना था। उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया।
भारत बंद के आह्वान में जहां किसान व खाप चौधरी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की घोषणा कर चुके हैं।वहीं राष्ट्रीय लोकदल ने भी बंद में शामिल होने का ऐलान कर रखा है। इसी कड़ी में पुलिस प्रशासन ने भी सख्ती शुरू कर दी है।रालोद नेताओं के घरों को पुलिस ने दिन निकलते ही घेर लिया है।
उन्हें उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया। साथ ही उन्हें हिदायत दी कि उनके बाहर निकलने पर गिरफ्तारी संभव है। पूर्व विधायक डॉ अजय तोमर, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, पूर्व विधायक डॉ अजय कुमार के अलावा उत्तर प्रदेश व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष अरुण तोमर चफे बोबी समेत एक दर्जन नेताओं को सुबह-सुबह उनके घरों में बंद कर दिया। उनके घरों के बाहर चारों ओर पुलिस लगी हुई है।

पूर्व विधायक डॉ अजय तोमर ने बताया कि जब है सुबह उठे तो उसके मकान के चारों ओर पुलिस का पहरा लगा हुआ था। कई पुलिस की गाड़ियां हैं। वहीं पूर्व विधायक वीरपाल राठी ने बताया कि उनके घर के चारों ओर पुलिस लगी हुई है।उन्हें बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। अरुण तोमर ने बताया कि उन्हें रात के समय ही पुलिस ने बाहर न निकालने की हिदायत दे दी थी। बाहर निकलने पर गिरफ्तारी की चेतावनी दे रखी है।
इसके अलावा रालोद जिलाध्यक्ष सुखबीर सिंह गठीना समेत कई लोगों पर भी सख्ती दिखाई गई है। लोयन, मलकपुर, वाजिदपुर, बामनोली, बिजरोल समेत कई स्थानों पर जाम लगाने के अगवा नेताओं पर पुलिस ने सख्ती कर रखी है। लोगों को पुलिस ने चेतावनी दी। पुलिस की घेराबंदी को लेकर किसानों में आक्रोश बना हुआ है। अब पुलिस किसानों के भारत बंद को सफल नहीं होने देने के लिए कमर कस चुकी है।