- 25 सितंबर को किसानों और पुलिस में बन सकता है टकराव
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भारतीय किसान यूनियन ने 25 सितंबर को वेस्ट यूपी में कर्फ्यू का ऐलान किया है। जिला स्तर पर जगह-जगह भाकियू नेताओं को चक्का जाम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कर्फ्यू के रूप में विरोध कृषि बिल का किया जा रहा है। भाकियू नेताओं के इस ऐलान से प्रशासन की नींद उड़ा दी है।
आखिर किस तरह से किसानों से निपटा जाए। क्योंकि किसान वेस्ट यूपी का चक्का जाम कर सकते हैं। इस बात को प्रशासन भी जानता है। अब पुलिस-प्रशासन ने यह रणनीति तय की है कि किसानों से निपटने के लिए सिविल पुलिस के अलावा पीएसी तैनात की जाए, ताकि हाइवे पर जाम नहीं लगने दिया जाए।
कृषि बिल के खिलाफ किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर भाजपा बैकफुट पर है। स्थानीय भाजपा नेता चुप्पी साधे हुए हैं। क्योंकि किसानों का जिस तरह से आक्रोश बढ़ रहा है, उसको देखकर लगता है कि पुलिस-प्रशासन व किसानों के बीच टकराव होना लाजिमी है। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 25 को पूरी यूपी में कर्फ्यू का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान का असर कितना होता है, यह तो 25 सितंबर को ही देखकर पता चलेगा।
क्योंकि भाकियू के संस्थापक चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत ने तो बड़े-बड़े आंदोलन किये थे। चक्का जाम कर सरकारों को भी हिला दिया था, लेकिन वर्तमान में भाकियू की कमान चौधरी नरेन्द्र टिकैत व चौधरी राकेश टिकैत के हाथ में हैं। ये ताकत दिखाना उनका शक्ति प्रदर्शन भी होगा कि भाकियू का जादू किसानों पर अभी भी चलता है कि उनकी एक हुंकार पर किसान सड़कों पर उतर सकते हैं।