जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: देश के चीफ जस्टिस बने डीवाई चंद्रचूड से बागपत को जिला न्यायिक परिसर का तोहफा मिला था। उन्होंने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए यहां न्यायिक भवन का उद्घाटन किया था। बागपत के न्यायिक भवन को उन्होंने मॉडल भवन घोषित किया था। यहां के अधिवक्ता भी मुख्य न्यायाधीश के व्यवहार से काफी प्रभावित हुए थे।
डीजीसी सुनील पंवार व एडीजीसी अनुज ढाका ने बताया कि वर्ष 1997 में बागपत के जिला बनने के बाद न्यायिक भवन को बागपत में तहसील भवन, जिला पंचायत समेत अन्य भवनों में शुरू कर दिया गया था। वर्ष 2011 में कलक्ट्रेट के पास नए जिला न्यायिक भवन का निर्माण शुरू हुआ था, जो तीन साल में पूरा हो गया था। इसके बाद वर्ष 2014 में जिला न्यायिक परिसर के उद्घाटन के लिए हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए डीवाई चंद्रचूड यहां आए थे।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, क्रांतिकारी बाबा शाहमल के जीवन का भी विस्तार से वर्णन कर उनके संघर्ष को नमन किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि जब बागपत आ रहे थे तो उन्होंने गन्ने के खेत देखे।
उन्होंने कहा था कि गन्ना किसानों के सामने कई समस्याएं हैं, जिनका त्वरित समाधान होना चाहिए, इससे किसान खुशहाल होंगे। उन्होंने न्यायिक परिसर की बिल्डिंग का निरीक्षण करने के बाद मॉडल घोषित किया था।
उन्होंने कहा था कि जहां भी नई कोर्ट का निर्माण कराया जाएगा, इसी नक्शे पर बनाई जाएगी। वहीं अब सीजेआई डीवाई चंद्रचूड के शपथ ग्रहण करने के बाद बागपत में अधिवक्ताओं ने खुशी का इजहार किया।