Tuesday, May 13, 2025
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स्वतंत्रता दिवस पर थी आतंकी हमले की साजिश

जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: अफगानिस्तान में बैठे आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल के आतंकियों ने अबू यूसुफ को राजधानी में ‘लोन वुल्फ अटैक’ करने का आदेश दिया था। इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए उसने सभी तैयारियां कर ली थी।

आईईडी बनाने के बाद उसे स्वतंत्रता दिवस से पूर्व दिल्ली पहुंचकर विस्फोट करना था, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की वजह से वह नहीं आ पाया।

आईईडी ब्लास्ट के बाद उसे राजधानी में ही फिदायीन हमला करना था। अबु यूसुफ ने खुलासा किया कि उसे यकीन था कि स्वतंत्रता दिवस के बाद दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था कम हो गई होगी, ऐसे में वह आसानी से धमाका कर सकता है।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राम मंदिर का फैसला आने के बाद से आतंकी भारत में बड़े हमले की साजिश रच रहे थे।

अबू यूसुफ पिछले कई सालों से आईएसआईएस से जुड़ा हुआ था। लिहाजा उसे भी भारत में हमला करने के आदेश मिले। हमले की तैयारी के दौरान उसने दिसंबर में ही करीब 15 किलो वजन की दो प्रेशर कुकर आईईडी बना ली थी।

इसका परीक्षण करने के लिए यूपी के बलरामपुर में अपने घर के पास स्थित कब्रिस्तान में धमाका किया था। इसके कामयाब होने के बाद ही उसने बड़े बम बनाए।

परिवार के साथ खुरासान जाना चाहता था

भारत में इस्लामिक स्टेट की जड़ें मजबूत करने के बाद अबू यूसुफ अफगानिस्तान के खुरासान जाना चाहता था। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि अभी तक की जांच में पता चला है कि पिछले करीब पांच-छह सालों से अबू यूसुफ आईएसआईएस से प्रभावित होकर उससे जुड़ गया था।

पहले वह यूसुफ-अल-हिंद के संपर्क में आया। सीरिया में उसके मारे जाने के बाद वह पाकिस्तान में रहने वाले अबू हुजेफा बाकिस्तानी के संपर्क में था। हुजेफा ने ही यूसुफ को आईईडी बनाकर हमला करने के लिए कहा था। उसने यूसुफ से वादा किया था कि वह उसे खुरासान बुला लेगा। इसको देखते हुए यूसुफ ने अपना, पत्नी व चारों बच्चों का पासपोर्ट भी बनवा लिया था, लेकिन पिछले साल हुजेफा ड्रोन हमले में मारा गया। इसके बाद नए अमीर ने उसे भारत में ही रहकर काम करने के लिए था।

यू-ट्यूब से सीखा आईईडी बनाना

अबू यूसुफ ने दावा किया कि उसने आईईडी बनाने की कहीं पर ट्रेनिंग नहीं ली है बल्कि उसे यू-ट्यूब के कुछ लिंक दिए गए थे। उनको देखकर उसने घर पर ही आईईडी बनाए थे। इस काम में उसने किसी की कोई मदद नहीं ली। उससे बरामद दोनों प्रेशर कुकर आईईडी लाइव थे, जिन्हें एनएसजी ने डिफ्यूज कर दिया। एफएसएल की टीम विस्फोटक के अवशेषों को जांच के लिए लैब ले गई हैं और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि विस्फोटक तैयार करने के लिए क्या-क्या इस्तेमाल किया गया है।

बुद्ध जयंती पार्क में गड्ढा बनाकर डिफ्यूज किए आईईडी

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आतंकी यूसुफ के पास से जितना विस्फोटक बरामद हुआ है, उससे वह बड़ा नुकसान कर सकता था। ऐसे में फौरन एनएसजी की बम निरोधक टीम को खबर दे दी गई। रात को ही एनएसजी की टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया। चूंकि रात में दो आईईडी को डिफ्यूज करने में दिक्क्त हो सकती थी। ऐसे में दिन होने का इंतजार किया गया। सुबह पूरे बुद्ध जयंती पार्क को घेर लिया गया। आईईडी को पार्क में ले जाकर वहां दो फुट गहरा गड्ढा किया गया। दोनों आईईडी को गड्ढे में रखकर ऊपर से रेत की बोरियां डालकर हल्का धमाका कर डिफ्यूज कर दिया।

क्या है लोन वुल्फ अटैक

लोन वुल्फ अटैक के लिए आतंकी साधारण चीजों का इस्तेमाल करता है। अकेला व्यक्ति ही पूरे हमले को अंजाम देता है। इसका मकसद अकेले ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने का होता है। इस तरह के हमलावर का पता लगाना पुलिस के लिए मुश्किल होता है क्योंकि हमले के लिए किसी बड़े बजट, बड़ी योजना या बड़ी टीम की जरूरत नहीं होती। आईएसआईएस के आतंकी अक्सर ऐसे हमले करते हैं। ये हमलावर इंटरनेट या अन्य माध्यम के जरिए आतंकी संगठनों से प्रभावित होते हैं।

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