Tuesday, December 17, 2024
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मौसमी इन्फ्लुएंजा से कोरोना हुआ खतरनाक, अप्रैल में मॉकड्रिल की तैयारी

जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: मौसमी इन्फ्लुएंजा ने पूरे देश में दस्तक दे चुका है। करीब हर में यह अपना शिकार बना रहा है। इसी बीच कोरोना के मामलों में भी तेज़ी देखी जा रही है। कोरोना केस केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और गुजरात से कोरोना के मामले आने लगे हैं।

देश में आज शनिवार को कोरोना के 1,590 नए मामले दर्ज किए गए हैं। यह आंकड़ा बीते 146 दिन में सबसे ज्यादा हैं। आज मिले कोरोना के नए मामलों के बाद कोरोना के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 8,601 हो गयी है। वहीं, देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,47,02,257 हो गयी है। साथ ही कोरोना से मरने वालों संख्या बढ़कर 5,30,824 हो गई है। शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना संक्रमण की दैनिक दर 1.33 प्रतिशत दर्ज की गई है वहीं साप्ताहिक संक्रमण दर 1.23 प्रतिशत हो गई है।

इस बीच सरकार अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 10 और 11 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल की योजना बना रही है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सभी जिलों के सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की स्वास्थ्य इकाइयां इस मॉकड्रिल में भाग लेंगे। एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि 27 मार्च को होने वाली वर्चुअल मीटिंग में मॉक ड्रिल के सटीक विवरण के बारे में राज्यों को जानकारी दी जाएगी।

यहां हैं कोरोना के अधिकांश मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और ICMR के महानिदेशक डॉ राजीव बहल द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि फरवरी के मध्य से देश में COVID-19 मामलों में क्रमिक लेकिन निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। इस समय, देश में अधिकांश कोरोना मामले केरल (26.4 प्रतिशत), महाराष्ट्र (21.7 प्रतिशत), गुजरात (13.9 प्रतिशत), कर्नाटक (8.6 प्रतिशत) और तमिलनाडु (6.3 प्रतिशत) जैसे कुछ राज्यों द्वारा रिपोर्ट किए जा रहे हैं।

टेस्टिंग को बढ़ाने को दिया निर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा शनिवार को जारी एक संयुक्त एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कई हफ्तों में कुछ राज्यों में COVID-19 की टेस्टिंग में गिरावट आई है। साथ ही यह भी पाया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित मानकों की तुलना में वर्तमान में परीक्षण स्तर अपर्याप्त हैं। इसको देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR ने सभी राज्यों को कोरोना जांच में बढ़ावा देने और लक्षणों की जानकारी देने के लिए भी कहा है।

मॉकड्रिल में शामिल होंगी सभी जिलों की स्वास्थ्य इकाइयां

इसके अलावा कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉकड्रिल में सभी राज्यों को शामिल होने के लिए भी कहा गया है। अप्रैल की 10 और 11 तारीख को होने वाली मॉकड्रिल में आईसीयू बेड, मेडिकल इक्विपमेंट्स, ऑक्सीजन और मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह

इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के परामर्श के मुताबिक लोगों को कोविड के लिए तय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही लोगों से भीड़भाड़ और बंद स्थानों में मास्क पहनने की सलाह दी है। साथ ही इसमें बार-बार साबुन से हाथ धोने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचने की सलाह दी गई है।

इन्फ्लुएंजा और श्वसन बीमारी के मामलों पर भी नजर रखने का निर्देश

इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) मामलों और उसके कारणों पर भी कड़ी नजर रखने के लिए कहा है। इस समय देश में इन्फ्लुएंजा के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मौसमी महामारी के साथ कोविड-19 के सह-संक्रमण के प्रबंधन के लिए पहले ही विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई है कि वे क्लिनिकल केस मैनेजमेंट में मदद करने के लिए राज्य के भीतर सभी स्वास्थ्य सुविधाओं और स्वास्थ्य कर्मियों को इन दिशानिर्देशों का प्रसार करें।

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