जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: चीन में जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देते ही लाखों लोगों के कोरोना संक्रमित होने और लाखों की मौतें होने की आशंका है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने और अंत्येष्टि के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, क्योंकि मरीजों व मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
अगले तीन माह में चीन में तीन कोरोना लहरों का खतरा है। 10 लाख से ज्यादा मौतों की आशंका जताई गई है। इससे दुनिया भर में चिंता जताई जाने लगी है।
⚠️THERMONUCLEAR BAD—Hospitals completely overwhelmed in China ever since restrictions dropped. Epidemiologist estimate >60% of 🇨🇳 & 10% of Earth’s population likely infected over next 90 days. Deaths likely in the millions—plural. This is just the start—🧵pic.twitter.com/VAEvF0ALg9
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) December 19, 2022
अक्तूबर तक चीन कोरोनो के खिलाफ अपनी जीरो कोविड पॉलिसी के दम पर युद्ध स्तर पर जूझ रहा था, लेकिन लॉकडाउन के खिलाफ शुरू हुए आंदोलनों ने उसे पाबंदियों में ढील देने को मजबूर कर दिया। इसके बाद से हालात तेजी से बिगड़ने लगे हैं। तीन साल पहले दिसंबर में ही दुनिया का सबसे पहला केस चीन में मिला था। ड्रैगन उसके बाद से इससे जंग लड़ रहा है।
2) Summary of #CCP's current #COVID goal: “Let whoever needs to be infected infected, let whoever needs to die die. Early infections, early deaths, early peak, early resumption of production.” @jenniferzeng97
Dead bodies piled up in NE China in 1 night—pic.twitter.com/nx7DD2DJwN
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) December 19, 2022
महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने वीडियो साझा कर चेताया है कि चीन में कोरोना की स्थिति बिगड़ रही है। देश भर में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। डिंग अमेरिकी सार्वजनिक स्वास्थ्य वैज्ञानिक हैं। वे वर्तमान में न्यू इंग्लैंड कॉम्प्लेक्स सिस्टम्स इंस्टीट्यूट में कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख हैं।
मौतों के आंकड़े छिपाए जा रहे?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन कोरोना के आंकड़ों को लगातार छिपा रहा है। नवंबर मध्य तक 11 मौतों की आधिकारिक सूचना दी गई है, जबकि रोज 10,000 से ज्यादा संक्रमित मिल रहे थे। उधर, अंत्येष्टि स्थलों crematoriums व अस्पतालों के वीडियो कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि चीन के अस्पताल कोरोना मरीजों से भरे पड़े हैं और अंत्येष्टि के लिए कतारें लग रही हैं। अस्पतालों के शव घरों (mortuaries) के कर्मचारियों की अतिरिक्त तैनाती कराना पड़ी है, क्योंकि कोविड से मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मार्च तक आ सकती हैं तीन लहरें : डॉ. वू जुन्यो
चीन के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वू जुन्यो ने कहा है कि कोरोना संक्रमण अगले साल मार्च के मध्य तक तेजी से बढ़ेगा और इन तीन माह में तीन लहरों से पूरा देश प्रभावित होगा।
चीन के महामारी विशेषज्ञ डॉ. जुन्यो ने बताया कि फिलहाल देश कोरोना की पहली लहर से पीड़ित है और दूसरी लहर जनवरी के अंत में आने की आशंका है। इस वक्त 21 जनवरी से चीन में सप्ताह भर का चीनी नव वर्ष समारोह चलेगा और लोग छुट्टियां बिताने परिवार के साथ यात्रा करेंगे।
तीसरी लहर फरवरी अंत से मार्च के मध्य तक आ सकती है क्योंकि छुट्टी बिताने के बाद लोग काम पर लौटेंगे। डॉ. वू जुन्यो का यह बयान अमेरिका के एक प्रतिष्ठित शोध संस्थान की इस सप्ताह आई एक रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें दावा किया गया था कि 2023 में कोविड संक्रमण से चीन में 10 लाख लोगों की मौत की आशंका है।
इस बीच, चीन सरकार ने देश में चले विरोध प्रदर्शनों के दबाव में शून्य-कोविड नीति में छूट देने के बाद 7 दिसंबर से अब तक मौत का पहली बार विवरण जारी किया है। जबकि वास्तविकता यह है कि चीनी कब्रिस्तान में मृतक संख्या बढ़ती जा रही है। बता दें, स्वास्थ्य प्राधिकारी सिर्फ उन्हीं लोगों को कोविड-19 मृतक सूची में जोड़ते हैं जिनकी सीधे संक्रमण की वजह से मौत हुई और उन्हें मधुमेह व दिल की बीमारी नहीं थी।
90 फीसदी लोगों को टीके लगे, लेकिन ये कारगर नहीं
चीन ने बताया है कि उसकी 90 फीसदी से अधिक आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो गया है। हालांकि, 80 साल और उससे अधिक उम्र के आधे से कम ही लोगों को वैक्सीन की तीनों खुराक मिली है। जबकि बुजुर्गों को कोरोना के गंभीर लक्षणों से पीड़ित होने की आशंकाएं अधिक होती हैं।
चीन ने कोविड के अपने टीके विकसित किए हैं। दावा है कि ये टीके दुनिया के बाकी देशों में उपयोग किए जाने वाले एमआरएनए टीकों की तुलना में कम प्रभावी हैं। ऐसे में फिलहाल बीजिंग और देश के अन्य शहरों के अस्पताल ताजा लहर से मुकाबला कर रहे हैं।
बुजुर्गों में संक्रमण बढ़ने का डर
शून्य-कोविड नीति छोड़ने के बाद से चीन में नए मामलों का विस्फोट हुआ है। कई शहरों में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में अलग-थलग रह रहे हैं।
चिंता जताई जा रही है कि चीन के स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि का सामना करने के लिए तैयार नहीं है। खासकर बुजुर्गों के मामले में, जिनमें से कई लोगों का अभी तक पूर्ण टीकाकरण तक नहीं किया गया है।
शंघाई के स्कूलों को ऑनलाइन करने के निर्देश
चीन के व्यावसायिक शहर शंघाई में वहां के प्रशासन ने कोविड के बढ़ते मामलों के बीच अपने अधिकांश स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं लेने का आदेश दिया है। शंघाई के शिक्षा ब्यूरो के अनुसार, नर्सरी और चाइल्डकेयर सेंटर भी सोमवार से बंद कर दिए गए हैं। ब्यूरो ने चीनी सोशल मीडिया वीचैट पर पोस्ट एक बयान में सोमवार से ऑनलाइन कक्षाएं दोबारा शुरू करने की पुष्टि की।
नए साल की छुट्टियों तक बंद रहेंगे स्कूल
ताजा फैसले का अर्थ है कि शंघाई में स्कूल 17 जनवरी से शुरू हो रही नए साल की छुट्टियों तक बंद रहेंगे। बता दें कि चीन में नया साल मनाने के लिए जनवरी-फरवरी के बीच स्कूलों में छुट्टी रहती है।