- पीड़ित ने मेडिकल थाने में तहरीर देकर लगाई कार्रवाई की गुहार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल थाना के जागृति विहार में व्यापार संघ के अध्यक्ष पर दो युवकों ने थाने के दारोगा के सामने हमला कर दिया। उनके सिर पर गंभीर चोटें आयी हैं। हैरानी की बात तो यह है कि हमलावर मौके से फरार भी हो गए। आरोप है कि वारदात की एफआईआर दर्ज कराने जब घायल के पुत्र थाना मेडिकल पहुंचे तो उन्हें भी बैठा लेने की धमकी दी गयी।
जागृति विहार व्यापार संघ अध्यक्ष पर रविवार सुबह कुछ लोगों ने हमला कर दिया। बचाने के लिए आए बेटे को भी नहीं बख्शा गया। किसी तरह पिता पुत्र बचकर थाने पहुंचे और आरोपियों की खिलाफ तहरीर दी।
मेडिकल थाना क्षेत्रांतर्गत जागृति विहार सेक्टर आठ में पवन कुमार का परिवार रहता है। वह सरकारी ठेकेदार हैं। साथ ही जागृति विहार व्यापार संघ के अध्यक्ष भी हैं। इसी सेक्टर में 550 गज एक और जमीन है, जिस पर पवन कुमार के दो प्लॉट के अलावा चार अन्य लोगों के प्लॉट भी हैं। बताया जाता है कि एक पड़ोसी ने पवन की 9 इंज की दीवार पर अपनी चार इंच की दीवार टिका रखी है। पांच माह पहले इसको लेकर विवाद हुआ था। तब भरोसा दिलाया गया था कि भविष्य में कभी काम हुआ तो दीवार को हटवा दिया जाएगा। पवन कुमार रविवार सुबह जमीन पर लिंटर डालने की तैयारी कर रहे थे।
उन्होंने मिस्त्री व मजदूर लगा रखे थे। इसी दौरान पड़ोसी वहां एकत्र होकर आ गए। उन्होंने एक मजदूर को थप्पड़ मार दिया। पवन कुमार ने विरोध किया तो वह उनके साथ अभद्रता व गाली गलौज पर उतर आए। पवन कुमार ने अपने बेटे सौरभ को फोन कर बुला लिया। मजदूर को थप्पड़ मारने वालों ने अपने एक जान पहचान के दारोगा को मौके पर बुला लिया जो उन पर थाने चलने का दबाव बनाने लगा। आरोप है कि जैसे ही पवन व सौरभ थाने जाने के लिए निकले, तभी दारोगा के सामने उन पर दूसरे पक्ष ने हमला कर दिया। वह किसी तरह बचकर थाने आ गये। काफी चोट उन्हें लगी थी।
पुलिस ने डाक्टरी कराने की सलाह देकर उन्हें अस्पताल भेज दिया। पवन कुमार की हालत खराब हो रही थी। उनके बेटे ने संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता को घटना बताई, जिन्होंने एसपी सिटी से बात की। एसपी सिटी की फटकार के बाद मेडिकल थाना पुलिस ने पवन कुमार के बेटे की ओर से तहरीर दी और कार्रवाई का भरोसा दिलाकर उन्हें लौटा दिया। फिलहाल इंस्पेक्टर शीलेश सिंह जांच करने की बात बोल रहे हैं।
मारपीट के मामले डंप, भाजपाइयों में नाराजगी
मारपीट मामले में कार्रवाई ना किए जाने से भाजपाइयों में सदर पुलिस के प्रति नाराजगी है। भाजयुमो के महानगर उपाध्यक्ष रोहित आनंद से 18 दिन पहले हुई अभद्रता हुई थी। आरोप है कि इसमें कोई कार्रवाई नहीं की गयी। मामला एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह तक पहुंच गया, जिन्होंने सदर बाजार पुलिस को फटकार लगाई है। भाजयुमो नेता रोहित आनंद ने बताया कि 2 अक्टूबर की देर शाम वह अपनी स्कूटी से कहीं जा रहे थे।
रजबन पेट्रोल पंप पर वह पेट्रोल भराने के लिए रुके। जब वह कतार में लगे थे, तभी स्कूटी पर सवार होकर आए युवकों ने पहले पेट्रोल लेने के चक्कर में उन्हें टक्कर मार दी। एक युवक स्कूटी से नीचे उतरा और उसने उनके साथ हाथापाई कर दी। किसी ने उनकी हरकत का विरोध नहीं किया। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। काफी संख्या में लोग घटना के विरोध में सदर बाजार थाने पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने तहरीर दी और पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया। रोहित का कहना है कि यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी।
उन्होंने यह फुटेज पुलिस को उपलब्ध भी करा दी, लेकिन उसके बाद सदर बाजार पुलिस की ओर से इस मामले में कोई काम नहीं किया गया। पुलिस चाहती तो काफी फुटेज जुटा सकती थी, लेकिन शायद पुलिस उन फुटेज के खत्म होने का इंतजार कर रही है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने सीओ कैंट से टेलीफोन पर वार्ता की और मामले में सदर पुलिस की लापरवाही पर नाराजगी भी जताई।