- दिन भर निकलती रही है चिंगारियां शिकायत के बाद भी नहीं होती कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महानगर में खुले में रखे ट्रांसफार्मर हादसों को न्योता दे रहे हैं। इनके चपेट में आकर कई पशुओं की मौत हो चुकी है। आसपास के लोगों की शिकायत है कि बिजलीघर पर अनेक शिकायतों के बाद भी ट्रांसफार्मर के चारों ओर सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। कमिश्नरी चौराहा, सूरजकुंड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बागपत रोड मलियाना और शहर घंटाघर एसपी सिटी के आॅफिस के समीप खुले ट्रांसफार्मर खतरनाक नजर आते हैं। इनमें से झांक रहे बिजली के तार नीचे जमीन पर पड़े। जिनमें करंट रहता है और यह करंट बरसात के मौसम में ज्यादा लगता है।
लोगों ने बताया कि अनेक पशु इनकी चपेट में आकर मर चुके हैं। शहर घंटाघर पर जहां खुला ट्रांसफार्मर रखा हुआ है, वहां से दिन भर लोग गुजरते रहते हैं। बच्चे भी खेलते-खेलते वहां तक चले जाते हैं और फिर चपेट में आने से दुर्घटना हो सकती है। कंकरखेड़ा के फाजलपुर नई बस्ती रोड पर खुला पड़ा बिजली का ट्रांसफार्मर हादसों को दावत देता नजर आ रहा है। यहां एक तो सड़क छोटी ऊपर से वहा ट्रांसफार्मर रखा है। बिल जमा न होने पर बिजली तो काट दी जाती है, लेकिन दुर्घटना ना हो इसका कोई इंतजाम नहीं किया जाता है। सुरक्षा के लिहाज से इनके चारों तरफ जाल नहीं लगा है।
आसपास से गुजरने वाले लोग कभी भी करंट की चपेट में आ सकते हैं। लोगों का कहना है कि ऐसा नहीं कि इसके बारे में विभागीय अधिकारियों को पता नहीं है, लेकिन सब कुछ जानते हुए इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे साफ है कि अधिकारी बरसात में किसी बड़ी घटना होने का इंतजार कर रहे हैं। नियमों के अनुसार ट्रांसफार्मरों को खुला नहीं छोड़ा जाना चाहिए। जाल से इनको कवर करना जरूरी है। ऐसे में यहां ट्रांसफार्मर और खुले फ्यूज बॉक्स में बारिश के समय करंट आ सकता है। कोई भी राहगीर इसकी चपेट में आ सकता है। क्षेत्र के जेई को भी इस बारे में पता है। इसके बाद भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं है।
एक्यूआई 287, दिनभर छाई रही धुंध
मोदीपुरम: प्रदूषण से राहत नहीं मिल पा रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा हो रहा है। रविवार को 287 दर्ज किया गया। प्रदूषण में लगातार उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है। प्रदूषण में सुधार न होने के कारण शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को एक्यूआई का स्तर थोड़ा नीचे जरूर आया, लेकिन यह श्रेणी गंभीर है और शहरवासियों के स्वास्थ्य को लगातार हानि पहुंचा रही है।
धूल, धुआं फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रहा है। शहर से लेकर देहात तक कूड़े के ढेर व गन्ने की छिलाई के बाद पत्तियां जलाई जा रही है। संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी पर खरा नहीं उतर रहे हैं। जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। रविवार को सुबह से लेकर शाम तक स्मॉग छाया रहा। धूप निकलने का प्रयास करती रही, लेकिन स्मॉग के सामने धूप की चमक फीकी रही। शहर में 287 एक्यूआई दर्ज किया गया। पल्लवपुरम में 329, जयभीमनगर में 305, गंगानगर में 227 दर्ज किया गया।
तापमान में गिरावट
रविवार को दिन व रात के तापमान में गिरावट आयी है। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 27.5 व रात का तापमान 14.7 डिग्री के पार पहुंच गया। अधिकतम आर्द्रता 94 व न्यूनतम 53 प्रतिशत दर्ज की गई। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि रविवार को दिन-रात ठंडे रहे। तापमान तेजी से नीचे आयेगा। रात में भी ओस ज्यादा पड़ रही है और सुबह के समय स्मॉग दिख रहा है। अभी मौसम ऐसे ही बना रहेगा।