- एनएचएआई ने किया टेंडर जारी, 14.4 किमी बनेगी लिंक रोड
- पांचवें चरण में एंट्री: 524.96 करोड़ से बनेगा हाइवे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर काम फाइनल चरण में हैं। कभी भी इसे जनता को समर्पित किया जा सकता है। मेरठ-पौड़ी हाइवे पर काम चल रहा है। मेरठ-करनाल हाइवे चौड़ीकरण का काम चल रहा है। प्रयागराज एक्सप्रेस-वे की घोषणा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर चुके हैं तथा बजट में भी इसके लिए धनराशि रखी गई है। इसी बीच हापुड़ रोड पर गंगा एक्सप्रेस-वे, मेरठ-बुलंदशहर हाइवे और अब दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पांचवें चरण की सौगात मिल गई है।
परिवहन मंत्रालय से अनुमति के बाद एनएचएआई ने हापुड़ रोड से मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के लिए टेंडर निकाल दिया है। यह टेंडर 28 अपै्रल को ओपन किया जाएगा। 14.4 किमी लंबा लिंक रोड बनेगा। दो वर्ष के भीतर इसका निर्माण पूरा करके देना होगा। इसका लक्ष्य एनएचएआई ने निर्माण करने वाली कंपनी को दिया है, ताकि जल्द से जल्द इस पर काम चालू किया जा सके।
इसके लिए जमीन का अधिग्रहण पहले ही शतप्रतिशत किया जा चुका हैं। अब तो सिर्फ निर्माण चालू करना बाकी है। हापुड़ रोड पर शकरपुर से शुरू होने वाले इस चरण को दो वर्ष में पूरा करना है। इसके लिए 524.96 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। टेंडर 28 अप्रैल को खोला जाएगा।
इससे हापुड़ से आने वाले वाहन आसानी से एक्सप्रेस-वे से होते हुए दिल्ली या फिर पेरीफेरल एक्स्प्रेस-वे पर जा सकेंगे। यहां से हरियाणा और पंजाब के लिए भी वाहन जा सकेंगे। दरअसल, आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।
पांचवें चरण में एंट्री
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे किलोमीटर संख्या 50 यानी जैनुद्दीनपुर (गाजियाबाद) से हापुड़ रोड के शाकरपुर (खरखौदा) तक इस पांचवें चरण को बनाया जाएगा। 14.4 किमी के इस चरण में सौ प्रतिशत जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। इसके लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी आॅफ इंडिया (एनएचएआई) ही केंद्रीय परिवहन मंत्रालय को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर भेजी गई।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे…एक नजर
- कुल किलोमीटर – 82 (चार चरणों में)
- पहला चरण – हजरत निजामुद्दीन से यूपी गेट – 8 किमी
- दूसरा चरण – यूपी गेट से डासना- 20 किमी
- तीसरा चरण – डासना से हापुड़ – 22 किमी
- चौथा चरण – डासना से मेरठ- 32 किमी
- पांचवां चरण – एक्सप्रेसवे के 50 किमी संख्या से हापुड़ रोड के शाकरपुर तक – 14.4 किमी
मलियाना पुल की मरम्मत पर खर्च होंगे 32 लाख, टेंडर मांगे
मलियाना पुल की बीम में दरार आ गई है। रैलिंग भी क्षतिग्रस्त है। कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन अब इसके दिन बहुरने वाले हैं। पीडब्ल्यूडी ने बीम बदलने, रैलिंग नये सिरे से लगाने व अन्य मरम्मत के काम के लिए 32 लाख रुपये खर्च करेगा। इसके लिए टेंडर की मांग लिये हैं, जिसमें एक टेंडर ही इसमें आया है। पीडब्ल्यूडी का टेंडर सौ रुपये का है तो ठेकेदार ने 105 रुपये का टेंडर डाला हैं।
इससे कम पर टेंडर लेने को तैयार नहीं है। अब इसमें पीडब्लयूडी के अधिकारी ठेकेदार से बात कर बीच का रास्ता निकालेंगे। क्योंकि टेक्नीकल स्तर से पुल की मरम्मत का कार्य किया जाएगा। पुल चलता भी रहेगा और काम भी चलेगा। इस बीच जिस बीम में दरार आयी है, उस बीम को तरीके से बदला जाएगा। ये तमाम कार्य किया जाएगा। इसके लिए पीडब्लयूडी 32 लाख रुपये खर्च करने जा रहा है।
बता दें, लंबे समय से मलियाना का पुल क्षतिग्रस्त चल रहा है। रैलिंग भी टूटी हुई हैं, जिसमें यहां से एक ट्रक भी नीचे गिर चुका हैं। शुक्र है कि तब बड़ा हादसा होते-होते टल गया था। इस हादसे को करीब दो वर्ष होने जा रहे हैं, लेकिन पीडब्लयूडी के अधिकारियों की लापरवाही तो देखिये कि दो वर्ष में इसकी रैलिंग की भी मरम्मत नहीं की गई। बीम में जो दरार आई है, वह तो और भी बड़ी लापरवाही है।
ऐसे में कोई बड़ा हादसा भी हो सकता हैं, लेकिन अधिकारी दो वर्ष से आंखें मूंदे हुए थे। अब पीडब्लयूडी इसकी मरम्मत करा रही है। उधर, एक्सईएन अरविन्द कुमार ने बताया कि तीन बार इसका टेंडर लगाया जा चुका हैं। कोई टेंडर लेने को तैयार नहीं है। क्योंकि यह कार्य तकनीकी तौर पर बेहद महत्वपूर्ण है। फिलहाल एक टेंडर आया है, जिस पर अधिकारियों के स्तर पर विचार चल रहा है। अब मरम्मत का कार्य जल्द ही चालू किया जाएगा।
एक सप्ताह में पूरा होगा बागपत रोड का अधूरा निर्माण
फुटबाल चौराहे से बागपत बाइपास (एनएच-58) तक रोड निर्माण एक वर्ष पहले चालू हुआ था, जो अभी तक अधूरा है। इस रोड पर हर रोज दुर्घटना हो रही हैं, जिसमें दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल भी हो चुके हैं, लेकिन इसको लेकर पीडब्लयूडी के अधिकारी लापरवाहर बने हुए थे।
अब बागपत रोड का अधूरा सड़क निर्माण कार्य एक सप्ताह में पूरा करने का दावा पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन अरविन्द कुमार ने किया है। उनका कहना है कि बागपत रोड पर जो कार्य अधूरा पड़ा है, उसको एक सप्ताह के भीतर पूरा कर दिया जाएगा। शिकायत उन्हें भी मिली थी कि बागपत रोड पर ज्वाइंट अभी नहीं बने हैं, जिसके चलते दुर्घटनाएं हो रही है।
अब ठेकेदार को निर्देश दिये गए हैं कि अधूरे काम को एक सप्ताह के भीतर पूरा करें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। यदि ठेकेदार काम नहीं करेगा तो उसकी जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी। ठेकेदार की फर्म को ब्लैक लिस्ट भी कर दिया जाएगा। एक्सईएन के इस तेवर के बाद यह तय माना जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर अधूरे काम को पूरा कर दिया जाएगा।
इसके बाद बागपत रोड की जनता को बड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि शहर में एंट्री पाने के लिए यह महत्वपूर्ण रोड हैं, मगर रोड जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है, जिसको पीडब्ल्यूडी ने अधूरा छोड़ रखा हैं। फिर मलियाना ब्रिज भी क्षतिग्रस्त है। वैसे तो अब मलियाना ब्रिज की मरम्मत के लिए भी टेंडर हो गया है। अब लगता है कि बागपत रोड के दिन बहुरने वाले हैं।