- पंचायत चुनाव के मद्देनजर फर्जी नामजदगी कराने का आरोप
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: हत्या के मामले में फर्जी नामजदगी कराने के विरोध में गुरूवार को गांव चिरचिटा के ग्रामीणों ने एसपी आफिस पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव की राजनीति के चलते दो लोगों को हत्या के मामले में झूठा फंसाया गया है ताकि वह ग्राम प्रधान का चुनाव न लड़ सके। ग्रामीणों ने इस संबध में एएसपी को एक प्रार्थना पत्र देकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
थाना सिंघावली अहीर के गांव चिरचिटा में गत 11 अक्टूबर को एक युवक का शव जंगल में पेड़ पर लटका मिला था। परिजनों ने चुनावी रंजिश को लेकर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया था और मृतक के भाई सुरेंद्र थाना बिनौली में गांव के ही ब्रह्मपाल व पप्पू समेत पांच लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिये थे। ग्रामीणें का आरोप है कि मृतक के परिजनों ने इस मामले में ब्रह्मपाल व पप्पू को गलत नामजद कराया है। उनका पवन की हत्या से कोई लेना देना नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार ब्रह्मपाल आने वाले पंचायत चुनाव में प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है।
प्रधानी का चुनाव लड़ने से रोकने के लिए गांव की राजनीति के चलते ब्रह्मपाल व पप्पू को इस मामले में झूठा फंसाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि ब्रह्मपाल के परिवार की मृतक के परिवार से कभी कोई रंजिश नहीं रही है और ब्रह्मपाल का परिवार समय-समय पर मृतक के परिवार का सहयोग करता रहा है।
फर्जी नामजदगी को निरस्त कराने की मांग को लेकर बुधवार को चिरचिटा के ग्रामीणों ने एसपी आफिस पर प्रदर्शन किया और इस संबंध में एएसपी मनीष मिश्र को एक प्रार्थना पत्र देकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर निर्दोषों के नाम मुकदमें से निकलवाने की गुहार लगाई है। एएसपी ने ग्रमीणों को आरोपियों को पेश करने की सलाह दी और इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया।