- जिले में सैकड़ों मरीज डेंगू से पीड़ित, शहर के सभी हॉस्पिटल में भर्ती है मरीज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिले में इस वक्त डेंगू बुखार की गंभीर बीमारी से सैकड़ों मरीज पीड़ित हैं। सरकारी हास्पिटलों में चिकित्सा सुविधा के अभाव के कारण डेंगू से पीड़ित मरीजों को मजबूरन प्राइवेट चिकित्सकों से इलाज करना पड़ रहा है। सरकारी हास्पिटलों में अधिकांश डेंगू के मरीजों को भर्ती तक नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते डेंगू के मरीज प्राइवेट हास्पिटलों में महंगी फीस देकर इलाज करा रहे हैं। उधर, डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग के तमाम इंतजाम फेल होते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि जिले में इस वक्त ऐसे सैकड़ों मरीज हैं जो डेंगू बुखार से लंबे समय से पीड़ित चले आ रहे हैं। अधिकांश डेंगू पाजिटिव मरीज सरकारी हास्पिटलों में चिकित्सा सुविधा बेहतर न मिलने के कारण मजबूरन प्राइवेट चिकित्सकों से इलाज करा रहे हैं। मरीजों को बेइंतहा कमजोरी महसूस हो रही है। पेट में इंफेक्शन हो रहा है। उल्टी हो रही है, डेंगू के मरीज चलने फिरने तक को तरस रहे हैं। प्राइवेट चिकित्सक अपनी महंगी फीस वसूलने के बाद डेंगू से पीड़ित मरीजों को दवाइयां लिख रहे हैं। पीड़ित मरीज मेडिकल स्टोर से महंगी दवाइयां खरीद कर खाने को मजबूर हैं, क्योंकि डेंगू के दर्द की पीड़ा मरीजों से सहन नहीं हो पा रही है।
अधिकांश डेंगू के मरीज प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती हैं जबकि कुछ डेंगू के मरीज मेडिकल में और जिला चिकित्सालय में भी भर्ती कराए गए हैं। महानगर के नाम चीन हास्पिटलों में डेंगू के मरीजों की भरमार है। इस वक्त लोकप्रिय हास्पिटल में लगभग 30 मरीज डेंगू बुखार के भर्ती हैं। आनंद हास्पिटल में लगभग 35 डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है। जगत हास्पिटल में दो डेंगू के मरीज भर्ती हैं। सुभारती हास्पिटल में लगभग 30 डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है। इसके अलावा जगत हास्पिटल में डेंगू के दो मरीज भर्ती हैं। उधर जिला चिकित्सालय में केवल चार डेंगू के मरीज भर्ती किए गए हैं और मेडिकल में केवल पांच डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है।
इसके अलावा डा. पीपीएस चौहान के पिछले एक सप्ताह से लगभग चार डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है। उधर, महिमा पैथोलाजी लैब पर पिछले कुछ दिनों में लगभग आठ डेंगू की रिपोर्ट पाजिटिव आई हैं। इसके अलावा कई पैथोलोजी लैंब पर काफी संख्या में डेंगू क ी पाजिटिव रिर्पोट आई हैं। उधर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशाओं को घर-घर भेज कर डेंगू के प्रति जागरूक तो किया जा रहा है, लेकिन डेंगू के मरीजों के लिए कोई दवाई उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिकांश रूप से ब्लॉक स्तर पर, नगर पंचायत स्तर पर, ग्राम पंचायत स्तर पर एंटी लार्वा स्प्रे नहीं कराया जा रहा है, केवल एंटी लार्वा स्प्रे करने का फोटो खींचकर उसका लोगों में प्रचार किया जा रहा है। डेंगू के डंक को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई ठोस एवं प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जिसके चलते जिले में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं जब इस बारे में सीएमओ अखिलेश मोहन से वार्ता करने की कोशिश की तो उनका सीयूजी नम्बर बंद था।