- अधिकांश गाड़ियों पर नहीं है एचएसआर नंबर प्लेट हादसा होने पर किसकी होगी जवाबदेही
- खराब हालत में पहुंच चुके आधे से ज्यादा वाहन अधिकारी बने लापरवाह
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: नगर पालिका के वाहन बिना फिटनेस और बीमा के ही दौड़ रहे हैं। यहां तक की अधिकांश वाहनों पर एचएसआर यानी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट तक लगाना जरूरी नहीं समझा गया है। जो वाहनों के बीमा, फिटनेस और प्रदूषण प्रमाण बनवाने के लिए अनिवार्य है। लापरवाही का आलम ये है कि ईओ के लिए लगी आॅफिस गाड़ी भी बिना एचएसआर के ही दौड़ रही है।
अधिकांश वाहनों की हालत खस्ता हो चुकी है। फाइलों में इन खस्ताहाल वाहनों की मरम्मत के नाम पर मोटी रकम खर्च हो रही है। कुल मिलाकर नगर पालिका के यह वाहन पूरी तरह से कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि यदि इन वाहनो ंसे कोई हादसा हो जाता है तो उसकी जवाबदेही किसकी होगी?
कस्बे में प्रकाश और सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर पालिका की है। इन जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए नगर पालिका में दर्जनों वाहन लगे हुए हैं। लाइट ठीक करने के लिए हाइड्रोलिक गाड़ी, पशु पकड़ने के लिए कैटल कैचर, नालों की सफाई के लिए जेसीबी मशीन, रास्तों से कूड़ा उठाने के लिए टाटा मैजिक व दर्जनों ई-रिक्शा इन वाहनों की सूची में शामिल हैं। इन वाहनों के संचालन में कर्मचारियों की पूरी फौज लगी हुई है।
मगर वाहनों के रख रखाव की जिम्मेदारी महज कागजों में हो रही है। हालत यह है कि नगर पालिका के अधिकांश वाहनों के फिटनेस और बीमा ही नहीं हैं, प्रदूषण प्रमाण पत्र तो दूरी की बात है। हालत यह है कि इन वाहनों पर एचएसआर यानी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट तक नहीं है। जो सरकार ने अनिवार्य की हुई है। लापरवाही का आलम यह है कि ईओ के लिए लगी आॅफिस गाड़ी तक से एचएसआर प्लेट गायब है। कुल मिलाकर नगर पालिका कानून की जमकर धज्जियां उड़ा रही है।