- रिकॉर्ड तोड़ रही गर्मी, नहीं मिल रही राहत, मानसून न आने से गर्मी का स्तर बढ़ा
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: पिछले 34 सालों में 12 जून सबसे गर्म रहा है। मेरठ में गर्मी ने 34 साल का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बना दिया। तापमान बढ़ते हुए 44 डिग्री के पास पहुंच गया है। गर्मी ने त्राहिमाम मचा दिया। गर्मी के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है। गर्मी का असर दिनभर बना रहा और शाम को भी गर्मी में राहत नहीं मिली। जून में ऐसी गर्मी पहले नहीं देखी है। गर्मी ने पिछले चार दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
हीटवेव के चलते पहाड़ों से लेकर मैदान तक तप गए हैं। गर्मी का रौद्र रूप बढ़ता ही जा रहा है। पिछले चार दशक में सबसे ज्यादा गर्म रहा है। गर्मी और हीटवेव के चलते त्वचा भी झुलसने लगी ही है। बुधवार को मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। अधिकतम आर्द्रता 32 एवं न्यूनतम आर्द्रता 22 दर्ज की गई है।
लगातार बढ़ रहा प्रदूषण
प्रदूषण विभाग को प्रदूषण को लेकर कोई चिंता नहीं है। वह आंकड़ों की बाजीगरी में सबसे आगे है। पिछले सालों की तुलना में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। कूड़ों में आग लगाई जा रही है। मॉनिटरिंग के लिए बनाई गई टीम सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। अस्पतालों से वेस्टेज जो है, उसका सही से डिस्पोजल नहीं किया जा रहा है। एंटी स्मोक गन सिर्फ कागजों में चल रही है। उसका कहीं भी कोई उपयोग नहीं दिखाई दे रहा है। शहर प्रदूषण की चपेट में तेजी से आ रहा है। पिछले सालों की बात करे तो गाजियाबाद और दिल्ली के बाद मेरठ भी तीसरे स्थान पर आ गया है। अगर अभी समय रहते हुए इस पर काबू नहीं पाया गया तो आने वाले समय में प्रदूषण की हालत और भी खराब हो जाएगी।
34 साल में ये रहा गर्मी का रिकॉर्ड
वर्ष तापमान
1990 41.9
1995 43.1
2000 40.2
2005 43.8
2010 44.1
2015 43.0
2016 43.1
2017 41.9
2018 41.7
2019 43.0
2020 42.1
2021 41.8
2022 43.5
2023 43.5
2024 43.6