Monday, July 1, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutदो जनरल सर्जनों के हवाले जिला अस्पताल

दो जनरल सर्जनों के हवाले जिला अस्पताल

- Advertisement -
  • प्यारेलाल अस्पताल में बड़ी आबादी आती है अच्छा और मुफ्त इलाज पाने को
  • गंभीर मरीजों को भेजा जाता है मेडिकल कॉलेज

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: करोड़ों की लागत से जिला अस्पताल का निर्माण किया गया, ताकि आम आदमी को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। आॅपरेशन थियेटर पर लाखों सरकार ने खर्च कर दिये। तमाम अत्याधुनिक मशीने सर्जरी के लिए स्थापित की गई, मगर सर्जन नहीं होने से कैसे इलाज मिलेगा? यह बड़ा सवाल है।

करीब बीस लाख की शहर की आबादी हैं। फिर शहर के अलावा पूरे जिले से मरीज जिला अस्पताल में ही आते हैं। व्यवस्था राम भरोसे हैं। कौन है इसके लिए जिम्मेदारी?

10 18

प्यारेलाल जिला अस्पताल में दूर-दूर से बड़ी संख्या में लोग अच्छे व सस्ते इलाज के लिए पहुंचते है, लेकिन विडंबना यह है कि यहां पर कई महत्वपूर्ण सर्जरियों के लिए सर्जन उपलब्ध नहीं है। अस्पताल प्रशासन द्वारा शासन स्तर पर सर्जनों की मांग की गई है, लेकिन यह पूरी कब होगी कुछ कहा नहीं जा सकता।

गंभीर मरीजों को सर्जरी के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है। मेरठ का जिला अस्पताल करीब 24 लाख की आबादी को अच्छी व सस्ती चिकित्सा सेवा देने के लिए बनाया गया है। यहां पर शहरी क्षेत्र के साथ-साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज भी चिकित्सा का लाभ लेने आते है।

सभी कामकाजी दिनों में यहां ओपीडी की सुविधा है जिसमें मरीजों को देखा जाता है, लेकिन इस अस्पताल में न्यूरो सर्जन, कार्डियेक सर्जन, पिरियोडिक सर्जन, यूरोलाजिस्ट सर्जन व प्लास्टिक सर्जन नहीं है। इन सभी बीमारियों के मरीजों को जब भी सर्जरी की जरूरत होती है तो उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है।

क्या होती है न्यूरो सर्जरी?

यदि कोई मरीज किसी भी दिमागी बीमारी से ग्रस्त होता है तो उसे ओपीडी में दिखाने के लिए न्यूरो सर्जन की जरूरत पड़ती है, लेकिन जिला अस्पताल में न्यूरो सर्जन नहीं होने पर उसे मेडिकल के लिए रेफर किया जाता है। ऐसे में मरीज को अपनी बीमारी के इलाज के लिए मेडिकल में जाना पड़ता है।

क्या होती है कार्डिक सर्जरी?

किसी भी मरीज को दिल से संबंधित बीमारी होने पर कार्डिक सर्जन की जरूरत होती है। दिल में वाल्व डलने से लेकर किसी भी तरह की दिल की बीमारी से जुड़ी समस्या के लिए कार्डिक सर्जन की जरूरत होती है, लेकिन जिला अस्पताल में यह सुविधा न होने पर उसे मेडिकल रेफर किया जाता है।

प्लास्टिक सर्जरी

त्वचा से जुड़ी किसी बीमारी का इलाज वैसे तो जिला अस्पताल में होता है, लेकिन यदि किसी को प्लास्टिक सर्जरी करानी पड़ती है तो यह सुविधा भी जिला अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। इसके लिए भी मरीज को मेडिकल रेफर किया जाता है। वैसे इसकी जरूरत चेहरे पर लगी चोट से बने निशान कम करने के लिए ही अधिक होती है।

पिरियोडिक सर्जरी

बच्चों से जुड़ी किसी भी बीमारी के लिए पिरियोडिक चिकित्सक की जरूरत पड़ती है। हालांकि जिला अस्पताल में बच्चों से जुड़ी बीमारियों का इलाज किया जाता है, लेकिन बड़ी समस्या होने पर अगर सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है तो यहां पर उसके लिए सर्जन नहीं है। बच्चों से जुड़ी सर्जरी के लिए मरीज को मेडिकल रेफर किया जाता है।

यूरोलास्टि सर्जन

किडनी से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए यूरोलाजिस्ट की जरूरत पड़ती है। अगर किसी मरीज को गुर्दे की बीमारी है और उसे किडनी ट्रांसप्लांट जैसी जरूरत पड़े तो उसके लिए भी जिला अस्पताल में कोई यूरोसर्जन नहीं है। किडनी की बीमारी से ग्रस्त मरीज को सर्जरी के लिए मेडिकल रेफर किया जाता है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
2
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments