- कैंट बोर्ड अधिकारियों से पूछताछ होने की बात से सीबीआई ने किया इनकार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट बोर्ड में सीबीआई की रेड अभी पीछा नहीं छोड़ रही हैं। सीबीआईटी टीम ने भ्रष्टाचार से जुड़े तथ्यों को लेकर कुछ और दस्तावेज कैंट बोर्ड के अधिकारियों से मांगे हैं, जिसमें अधीक्षक जयपाल तोमर दो दिन पहले सीबीआई के आॅफिस पहुंचे तथा जो दस्तावेज सीईओ ज्योति कुमार से मांगे गए थे, वो उपलब्ध कराये गए।
कैंट बोर्ड के अधीक्षक जयपाल तोमर ने भी इसकी पुष्टि की हैं। उनका कहना है कि दस्तावेज क्या थे? यह गोपनीय हैं। सीबीआई टीम ने जो भी दस्तावेज मांगे थे, वो उपलब्ध करा दिये गए हैं। वैसे किसी से भी पूछताछ होने की बात से उन्होंने इनकार किया हैं। कैंट बोर्ड के भर्ती व प्रमोशन घोटाले को लेकर सीबीआई की टीम अभी भी छानबीन कर रही हैं।
इसी सिलसिल में दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। संजय पहले ही गिरफ्तार हो चुका हैं, उसके कब्जे से जो भी मिला था, उसे सीबीआई टीम कब्जे में ले चुकी थी। अब महत्वपूर्ण बात यह है कि आखिर ऐसा नया क्या है, जिसे सीबीआई टीम ने मंगाया हैं। बोर्ड के कार्यालय अधीक्षक पद पर जयपाल तोमर तैनात हैं, वहीं ये दस्तावेज सीबीआई के आफिस गए थे।
चर्चा तो यह भी है कि सेनेट्री सेक्शन हेड को भी तलब किया गया है। वो भी गए थे, उनसे सीबीआई ने क्या पूछताछ की, पता नहीं हैं। इसके बाद से कैंट बोर्ड के अफसरों व नीचे के स्टाफ में अफरा-तफरी का माहौल है। कहीं कैंट बोर्ड के आला अफसरों पर शिकंजा कसने की तैयारी तो नहीं चल रही हैं।
साथ ही यह भी कि कैंट बोर्ड से जुड़े कुछ अन्य घपले व घोटालों में पूछताछ के लिए भी सीबीआई का होमवर्क अंतिम चरण में माना जा रहा है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं कि पूछताछ में क्या सवाल जवाब हुए हैं? माना जा रहा है कि भर्ती घोटाले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सेनेट्री सुपरवाइजर संजय ने जिन-जिन लोगों के नाम भर्ती के नाम पर धन उगाही में सीबीआई अफसरों को बताए हैं,
उन सभी से पूछताछ संभव हो सकती हैं। इसी वजह से बोर्ड कर्मियों को बुलाया जा रहा हैं। हालांकि कैंट बोर्ड अधीक्षक ने यह कहकर पूछताछ की बात से इनकार कर दिया कि दस्तावेज मंगाये थे, जो गोपनीय थे, उनको उपलब्ध कराया गया है। पूछताछ की कोई बात नहीं हुई हैं।