Wednesday, July 3, 2024
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निगम पर एस्को का करोड़ों बकाया

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  • कैसे सुधरेगी पथ प्रकाश व्यवस्था? 30 करोड़ से अधिक का निगम पर बकाया
  • निगम के अधिकारी बोले करीब 15 करोड़ का चल रहा कंपनी का बकाया
  • पार्षद बोले-निगम व कंपनी के बीच पेमेंट के विवाद में प्रकाश व्यवस्था बेपटरी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शहर की अधिकतर सड़कों पर रात्रि के समय अंधेरा पसरा रहता है। यह अंधेरा यू हीं नहीं पसर रहा, उसके लिए निगम के द्वारा ईईएसएल, एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड सुपर एनर्जी सर्विस कंपनी (एस्को) के बीच पेमेंट भुगतान को लेकर कुछ तालमेल सही नहीं बन पा रहा है। पार्षदों के द्वारा खराब लाइटों को ठीक कराने के लिए जो प्रस्ताव निगम व कंपनी को भेजा जाता है,उस पर फिलहाल कोई अमल नहीं हो पा रहा है।

वार्ड-58 के पार्षद सुमित शर्मा एडवोकेट ने अपने लेटर पेड पर वार्ड की अधिकतर खराब लाइटों को प्रस्ताव बनाकर भेजा। तब जाकर उनके सामने ईईएसएल कंपनी के करोड़ों रुपये के बकाया पेमेंट का मामला सामने आया। जब तक कंपनी का बकाया पेमेंट नहीं होता शायद तब तक शहर के लोगों को रात्रि के समय बेपटरी पथ प्रकाश व्यवस्था को झेलना पडेगा।

नगर निगम के द्वारा वर्ष 2017 में सात वर्ष के लिए शहर की पथ प्रकाश व्यवस्था के लिए ईईएसएल, एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड सुपर एनर्जी सर्विस (एस्को) को ठेका दिया था। जिसमें खराब जिसमें शहर में यह कंपनी करीब पांच वर्ष से अधिक समय से कार्य कर रही है। कंपनी के द्वारा 72500 के करीब लाइटें लगाई थी। जिसके बाद शहर रोशनी से जगमगा उठा था।

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जिसमें अब शहर की अधिकतर सड़कों पर रात्रि के समय अंधेरा पसरा रहने लगा तो नए बोर्ड में शामिल हुए पार्षदों के द्वारा शहर की पथ प्रकाश व्यवस्था का मुद्दा भी उठाया जाने लगा। इसमें वार्ड-58 के पार्षद सुमित शर्मा एवं अन्य पार्षदों द्वारा इस संबध में कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ निगम के अधिकारियों से संपर्क साधा। जिसमें जानकारी हुई कि कंपनी का करोड़ों रुपये निगम पर बकाया चल रहा है।

जिसका निगम के द्वारा समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते नई लाइटों को लगवाना तो दूर की बात है खराब लाइटों को ठीक नहीं कराया जा रहा है। जिसके चलते वार्ड के लोगों द्वारा जो लाइट को टीक कराने की मांग पार्षदों से की जा रही है पार्षद लोगों को आश्वासन तो दे रहे हैं, लेकिन निगम में उनकी कोई सुनवाई लाइटों के बारे में नहीं हो पा रही है। वार्ड पार्षद सुमित शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो कंपनी की तरफ से मोनिश शंकर कार्य देख रहे हैं। वह निगम पर करोड़ों रुपये बकाया बता रहे हैं।

इस संबंध में कंपनी के जिले के इंचार्ज विवेक शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कंपनी की निगम पर 30 करोड़ रुपये से अधिक का होना बताया। जबकि इस संबंध में जब निगम के निरीक्षक राजेश कुमार प्रभारी पथ प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने कंपनी के निगम पर 15 करोड़ रुपये बकाया होना बताया। साथ ही कहा कि कंपनी व निगम के अधिकारियों के बीच बकाया पेमेंट व खराब लाइटों को ठीक कराने के लिए क्या चल रहा है?

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