जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: स्वच्छ भारत मिशन के तहत महानगर में 30 लाख रुपये खर्च करके बनाए दुर्गंध रहित कूड़ेदान से अब कूड़ा निकालने को कोई तैयार नहीं। उक्त सभी कूड़ेदान कूड़े से भर गए और इनके बाद भी कूड़े के ढेर लग रहे हैं। यहां लोगों के बैठकर समाचार पत्र पढ़ने के दावे किए गए थे, लेकिन वहां हो रही दुर्गंध के कारण लोग इनके आगे गुजरने से भी बच रहे हैं। अनदेखी के चलते शासन की मंशा पर पानी फिर गया।
दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन के तहत गत वर्ष महानगर में 15 स्थानों पर दुर्गंध रहित कूड़ेदान स्थापित किए गए थे। यह प्रोजेक्ट जयपुर की संस्था जागृति फाउंडेशन को दिया गया था। नगर निगम ने इसके लिए जगह भी उपलब्ध कराई थी। इस प्रोजेक्ट पर करीब 30 लाख रुपये खर्च किए गए थे। कुटी चौराहा मेरठ कॉलेज, मंगलपांडेय नगर, तेजगढ़ी चौराहा, मेडिकल कॉलेज के पास, शर्मा नगर, मवाना बस स्टैंड, हापुड़ रोड पर एल ब्लॉक तिराहे के पास, सूरज कुंड के पास, किला रोड पर, पल्लवपुरम में, शताब्दी नगर, टीपी नगर आदि 15 जगह पर एक प्लेटफार्म बनाकर वहां दो कूड़ेदान रखे गए थे। दावा किया गया था कि इन कूड़ेदानों में कूड़ा डालने के बाद दुर्गंध नहीं आएगी। प्लेटफार्म पर दो दो सीमेंट की बेंच भी रखी गई थीं और एक समाचार पत्रों के लिए बॉक्स भी टांगा गया था।
प्लेटफार्म पर सुदर टाइल्स लगाई गई थीं और स्टील की रेलिंग लगाई गई थी। यहां रोजाना समाचार पत्र रखने और लोगों के यहां बैठकर अखबार पढ़ने का दावा किया गया था। इसका प्रचार प्रसार भी किया गया। यह भी उम्मीद की जा रही थी इन कूड़ेदानों की व्यवस्था से स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर निगम की रैंकिंग में सुधार आएगा। शुरू में इन कूड़ेदानों से रोजाना कूड़ा निकलकर डंपिंग यार्ड पहुंचाने की व्यवस्था की गई और कुछ दिनों तक यहां समाचार पत्र भी रखे गए। कुछ लोगों ने यहां बैठकर समाचार पत्र पढ़े और कुछ लोगों ने यहां बैठकर कुछ पल बिताए, लेकिन धीरे-धीरे इसके रखरखाव और संचालन पर ध्यान नहीं दिया गया। यहां समाचार पत्र भी रखना बंद कर दिया गया। अब कई कई दिनों तक इनसे कूड़ा नहीं निकाला जाता। ये कूड़ेदान अब कूड़े से अटे पड़े हैं और कूड़ेदान के आसपास कूड़े के ढेर लग रहे हैं। यहां दुर्गंध से बुरा हाल है। लोग यहां बैठने के बजाय इनके आगे से गुजरना पसंद नहीं करते।
लोग कूड़ेदान के बाहर फेंक रहे कूड़ा
प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल का कहना है कि महानगर में 15 स्थानों पर उक्त कूड़ेदान बनाए गए थे। यह प्रोजेक्ट जयपुर की स्वयं सेवी संस्था जागृति फाउंडेशन को दिया गया था। लोग कूड़ेदान के बाहर कूड़ा डाल रहे हैं, जिससे दिक्कत आ रही है।