जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: प्रधानमंत्री के उद्घोष ‘‘वोकल फार लोकल’’ तथा आत्मनिर्भर भारत’’ के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए शुक्रवार से आगामी 2 अक्टूबर तक जनपद लखनऊ में ओडीओपी उत्पादों तथा प्रदेश के हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी का आयोजन अवध शिल्पग्राम, शहीद पथ, लखनऊ में किया गया है। प्रदर्शनी का शुभारंभ केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर, उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान एवं राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने किया।
कौशल किशोर ने अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री के जन्मदिन के तहत मनाये जाने वाले सेवा पखवाड़ा का उल्लेख करते हुए समस्त हस्तशिल्पियों का स्वागत किया तथा उनका उत्साहवर्धन किया गया। वोकल फार लोकन की परिकल्पना को यथार्थ रूप देने में इस प्रदर्शनी का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रधानमंत्री के 2047 आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होने पर में भारत को पूर्णतः आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया गया।
मंत्री द्वारा वोकल फार लोकल को लोकल फार वोकल में प्रोत्साहित करने हेतु बल दिया गया। उन्होंने स्टार्टअप तथा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का संक्षिप्त विवरण हस्तशिल्पियों को अपने उद्बोधन के माध्यम से दिया गया। कार्यक्रम में राकेश सचान ने नई एमएसएमई नीति तथा रोजगार सृजन के आयामों के विषय पर विस्तार से अपनी बात रखी। वहीं सुधांशु त्रिवेदी ने कार्यक्रम में हस्तशिल्पियों को संबोधित करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया।
प्रदर्शनी में जनपद लखनऊ के ओडीओपी उत्पाद चिकनकारी एवं जरी जरदोजी के अतिरिक्त प्रदेश के विभिन्न जनपदों के ओडीओपी के उत्कृष्ट उत्पादों जैसे कानपुर का लेदर उत्पाद, सहारनपुर का लकड़ी का उत्पाद, मेरठ का खेल उत्पाद, प्रतापगढ़ का आवलां, सिद्धार्थनगर का काला नमक चावल, मुरादाबाद का पीतल उत्पाद, भदोही की कालीन, बुलन्दशहर की पोटरी, वाराणसी का रेशम उत्पाद एवं गोरखपुर के टेराकोटा इत्यादि की प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। जन प्रतिनिधियों द्वारा ओडीओपी के हस्तशिल्पियों से उत्पादन प्रक्रिया के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की तथा उनकी आय बढ़ाने के लिए नये सुझाव दिये गये।