- फैज-ए-आम कालेज में प्रधानाचार्य पद को लेकर विवाद तेज
- जमीलुद्दीन और तैय्यब अली के बीच चली आ रही नूरा कुश्ती
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बाप विधायक है तो बेटा बेलगाम हो गया हैं। बाप की विधायकी का नशा बेटे को सिर चढ़कर बोल रहा हैं। जब झगड़े की संभावनाएं प्रबल हो गई तो पुलिस ने विधायक के बेटे का हनक उतारने के लिए मुचलकों में पाबंद कर दिया हैं। हम बात कर रहे हैं सिवालखास के रालोद विधायक गुलाम मोहम्मद के बेटे शारिक की।
फैज-ए-आम इंटर कालेज में शिक्षा विभाग और कालेज मैनेजमेंट के बीच प्रधानाचार्य की कुर्सी विवाद गहरा गया है। पुलिस-प्रशासन ने अब रालोद विधायक के परिजनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुलाम मोहम्मद व उसके परिजनों की दबंगई के चलते प्रशासन फ्रंट फुट पर आ गया हैं।
दोनों पक्षों के बीच बढ़ते तनाव को देख पुलिस ने गुलाम मोहम्मद के बेटे सारिक समेत 16 लोगों को मुचलका पाबंद कर दिया है, ताकि इसमें किसी तरह का विवाद नहीं बढ़े। क्योंकि इसमें रालोद विधायक जिस तरह से इसमें हस्तक्षेप कर रहे हैं, उससे माहौल बिगड़ सकता हैं। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए हैं।
कालेज में एक पक्ष जमीलुद्दीन तो दूसरा पक्ष तैय्यब अली को प्रधानाचार्य बनाने के लिए दबाव बना रहा हैं। इस कारण कालेज में कई बार तनावपूर्ण माहौल बन चुका हैं। शनिवार को पुलिस ने एक पक्ष की तरफ से गुलाम मोहम्मद के बेटे मोहम्मद शारिक निवासी कैंपस फैज-ए-आम इंटर कालेज एवं जुल्फिकार अली निवासी सराय लाल दास, यूसुफ अली निवासी सेक्टर 12 शास्त्रीनगर, शाहिद अली, जाहिद हसन निवासी माधवपुरम, आरिफ अली, मोहम्मद कासिस निवासी कैंपस फैज-ए-आम इंटर कालेज, इब्राहिम अली निवासी अफजलपुर पावटी और लुकमान खान निवासी सेक्टर-12 शास्त्रीनगर पर शांतिभंग की कार्रवाई की है।
वहीं, दूसरी तरफ तैय्यब अली पुत्र अली हसन निवासी माधवपुरम, अजहर पुत्र यासीन निवासी जैदीफार्म, इस्लामुद्दीन निवासी प्यारेलाल अस्पताल के सामने, शकील खान निवासी खैर नगर, तारिक कमाल, जावेद चौधरी और इनाम इलाही निवासीगण कैंपस फैज-ए-आम इंटर कालेज की मुचलका पाबंद की कार्रवाई की है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों ने यदि अब झगड़ा किया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही मुचलका पाबंद की रकम भी वसूली जाएगी। पुलिस ने सबसे पहले विधायक गुलाम मोहम्मद के बेटों को ही निशाने पर लिया हैं। इसमें विवाद पैदा विधायक पक्ष की तरफ से ज्यादा किया जा रहा हैं। पहले भी इसका विवाद सामने आ चुका हैं। लंबे समय से विधायक और उनके परिजन ही फैज-ए-आम इंटर कॉलेज की प्रबंध समिति पर काबिज हैं। विपक्ष को धमकाया जाता हैं।
ऐसा आरोप विपक्षी लगा रहे हैं। क्योंकि विधायक पक्ष पुलिस प्रशासन पर भी अपना रुतबा बना लेता हैं, जिसके चलते दूसरे पक्ष को ठीक से सुना ही नहीं जाता हैं। अब पूरे मामले का संज्ञान एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने लिया हैं, जिसके बाद विधायक पुत्र की उदंडता पर अंकुश लगाने के लिए ही पुलिस ने मुचलकों में पाबंद कर दिया हैं।