जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: यूपी के हाथरस के सासनी क्षेत्र के गांव नौजरपुर में एक पिता को अपनी बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ के खिलाफ केस दर्ज कराना महंगा पड़ गया। 2018 में दर्ज छेड़छाड़ का मुकदमा वापस न लेने पर सोमवार को खेत में आलू की खोदाई करवा रहे एक किसान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पुत्री ने चार नामजद सहित छह लोगों के विरुद्ध थाने में तहरीर दी जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
Police say, "Wife & aunt of main accused and both daughters of deceased had gone to temple. They argued there over the old case. Accused & the man (deceased) came there later, argued & accused shot at the latter who died while being taken to hospital. Teams formed to nab them." pic.twitter.com/qWn5cXGjG1
— ANI UP (@ANINewsUP) March 2, 2021
पुलिस ने बताया है कि, मृतक ने मुख्य अभियुक्त पर आज से ढाई साल पहले छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके लिए वह एक महीने जेल भी गया था। आरोपी की मृतक की पत्नी और मौसी की दो बेटियों से कहासुनी हो गई। इसके बाद आरोपी और मृतक में बहस हो गई और उसने परिवार के कुछ लड़कों को बुलाकर उन पर गोली चला दी।
नौजरपुर निवासी अमरीष शर्मा (52) अपने खेतों पर मजदूरों से आलू की खोदाई करा रहे थे। दोपहर में उनकी पत्नी अपनी बेटी के साथ उनको खाना देने के लिए खेत पर गईं थीं। इसी दौरान आरोपी गौरव अपने दो साथियों के साथ सफेद रंग की गाड़ी में आया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों से घायल होकर अमरीष वहीं गिर गए। इससे वहां अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया।
खेत में काम कर रहे मजदूर जान बचाकर इधर उधर छिप गए। सूचना पाकर गांव के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। आनन फानन में परिजन अमरीष को उपचार के लिए हाथरस लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चर्चा है कि फायरिंग के दौरान एक हमलावर को भी गोली लग गई थी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अन्य हमलावर उसे अपने साथ गाड़ी में डालकर फरार हो गए। देर शाम मृतक की पुत्री प्रियंका ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें गौरव, रोहतास शर्मा, निखिल शर्मा, ललित शर्मा व दो अन्य पर हत्या का आरोप लगाया गया है।
अमरीष शर्मा ने 16 जुलाई 2018 को आरोपी गौरव के विरुद्ध घर में घुस कर छेड़खानी करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में गौरव 15 दिनों तक जेल में रहा था। इसका मुकदमा अभी चल रहा है। जेल से आने के बाद से ही गौरव मुकदमा वापस लेने के लिए अमरीष पर दबाव बना रहा था। अमरीष ने ऐसा करने से मना कर दिया था। इससे गौरव उनसे रंजिश मानता था।