- पुलिस उत्पीड़न के डर से युवक द्वारा आत्महत्या करने का आरोप
- सुबह पुलिस ने शव को लिया कब्जे में, रातभर ग्रामीणों व पुलिस के बीच होती रही समझौता वार्ता
- रंछाड़ गांव में तोड़फोड़ करने का आरोप, एसएचओ समेत 11 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
जनवाणी संवाददता |
बड़ौत: बिनौली थाना क्षेत्र के रंछाड़ गांव में वैक्सीनेशन कैंप के दौरान व्यवस्था बनाने को लेकर पुलिस व ग्रामीणों के बीच हुई हाथापाई के बाद बिनौली पुलिस द्वारा गांव में बरपाए गए कहर से भयभीत होकर गांव के युवक द्वारा आत्महत्या करने के मामले में मृतक के पिता आरएसएस के बिनौली खंड संघचालक ने बिनौली थाना एसएचओ समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मियों खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
घर में तोड़फोड़ करने और अक्षय को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है। एसपी ने एसएचओ समेत 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। रातभर पुलिस और ग्रामीण जंगल में ही शव के पास रहे और समझौता वार्ता चलती रही। तड़के जाकर ग्रामीणों ने पुलिस को मृतक युवक के शव को सौंपा।
अक्षय के पिता श्रीनिवास की तहरीर पर बिनोली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। श्रीनिवास ने घर में तोड़फोड़ और पुलिस प्रताड़ना से परेशान होकर अक्षय के आत्महत्या करने का आरोप लगाया। बिनोली पुलिस की दबिश और घर में तोड़फोड़ करने से दहशत में आकर अक्षय ने खेत में जाकर पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर झूल गया था।
श्रीनिवास ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बिनौली थाना इंस्पेक्टर चन्द्रकान्त पांडेय, एसएसआई उधम सिंह तालान, सिपाही अश्वनी, हेड कॉन्स्टेबल सलीम व सिपाही मुरली को आरोपी बनाया उनके खिलाफ धारा 147, 148, 323, 427, 306 आईपीसी में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।

बता दें कि सोमवार सुबह अपनी मां, ताई, ताऊ को वैक्सीनेशन कराने गए अक्षय और पुलिसकर्मियों में किसी बात को लेकर गांव के प्राथमिक विद्यालय में लगाए गए वैक्सीनेशन शिविर में मारपीट, हाथापाई व कहासुनी हो गई थी। पुलिसकर्मियों ने बिनौली थाने से और पुलिस बुला ली।
मौके पर पहुंची पुलिस ने अक्षय की मां ताई बताओ समेत चार को हिरासत में लिया था। कुछ लोग फरार हो गए। आरोप है कि पुलिस ने फरार लोगों के घर दबिश दी। आरोपी नहीं मिले तो उनके घर में तोड़फोड़ की। गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। घर का सामान तोड़ दिया।
पशुओं की भी पिटाई की। एक ग्रामीण का ट्रैक्टर भी पुलिस अपने साथ ले गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बिनोली खंड संचालक का पुत्र अक्षय पुलिस की इस सख्ती से ऐसा दहशत में आया कि उसने खेत में पहुंचकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीण आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतका के शव को नहीं उठाने दिया रात भर शव के पास जंगल में ही काफी संख्या में ग्रामीण रहे। एसपी द्वारा विशेष रूप से लगाए गए पुलिस अधिकारियों को मौके पर भेजा था।
पुलिस व ग्रामीणों के बीच समझौता वार्ता मंगलवार तड़के हुई। तब कहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसपी अभिषेक सिंह ने इस पूरे प्रकरण में शामिल रहे। बिनौली इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एसएसआई उधम सिंह तालान, एसआई हरिश्चंद त्यागी, एसआई मयंक प्रताप सिंह, हेड कॉन्स्टेबल जितेंद्र सिंह, हेड कॉन्स्टेबल जितेंद्र, कॉन्स्टेबल इलियास, कॉन्स्टेबल इमरान, कॉन्स्टेबल दीपक शर्मा, कॉन्स्टेबल राहुल व कॉन्स्टेबल कुलदीप को लाइन हाजिर कर दिया।