जनवाणी संवाददाता ।
सहारनपुर: जिले में 17 दिसंबर को इस सर्दी के मौसम का पहला घना कोहरा पड़ने से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया। देर रात से ही कोहरा छाना शुरू हो गया था, जो सुबह होते-होते और घना हो गया। हालात ऐसे रहे कि कई इलाकों में कुछ मीटर आगे तक भी साफ दिखाई नहीं दे रहा था।
विजिबिलिटी घट कर चार किलोमीटर रह गई। कोहरे के कारण जहां यातायात व्यवस्था चरमरा गई, वहीं सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।घने कोहरे की वजह से शहर के प्रमुख मार्गों, हाईवे और ग्रामीण सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। सुबह दफ्तर, स्कूल और बाजार जाने वाले लोगों को देरी हुई। कई जगह वाहन चालकों को लाइट जलाकर बेहद धीमी गति से वाहन चलाने पड़े। दृश्यता घटकर करीब 4 किलोमीटर तक सिमट गई, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रही। कोहरे और ठंड के कारण सुबह के समय सड़कों पर यातायात लगभग ठप जैसा रहा।
कोहरे के साथ बढ़ी ठंड का असर सबसे ज्यादा स्कूली बच्चों पर देखने को मिला। सुबह-सुबह घने कोहरे और कड़ाके की ठंड में बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे। स्कूल वैन और बसें भी तय समय से काफी देर से स्कूल पहुंचीं। कई अभिभावक बच्चों की सेहत को लेकर चिंतित नजर आए। ठंड और नमी के कारण बच्चों को खासा असुविधा झेलनी पड़ी। मौसम के साथ-साथ हवा की गुणवत्ता भी चिंता का कारण बनी हुई है। हालांकि एयर क्वालिटी इंडेक्स में पहले की तुलना में कुछ सुधार दर्ज किया गया है।
बीते दिनों एक्यूआई 344 तक पहुंच गया था, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। अब यह घटकर 286 दर्ज किया गया है, लेकिन यह स्तर अभी भी ‘खराब’ श्रेणी में बना हुआ है। इस स्थिति में आम लोगों को भी सांस लेने में परेशानी हो सकती है, जबकि बच्चों, बुजुर्गों और दमा व हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए खतरा और बढ़ जाता है।मौसम जानकारों के अनुसार अधिक नमी, कम तापमान और हवा की रफ्तार बेहद कम होने के कारण कोहरा और प्रदूषण वातावरण में जमा हुआ है।
बुधवार को दरा कोटाला सहित आसपास के क्षेत्रों में सुबह तापमान करीब 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दिन में अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। नमी का स्तर करीब 95 प्रतिशत रहा, जिससे ठंड और कोहरे का असर और बढ़ गया।विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक हवा की गति नहीं बढ़ती या मौसम में बदलाव नहीं होता, तब तक सुबह और रात के समय कोहरे और खराब हवा से राहत मिलने की संभावना कम है। प्रशासन की ओर से वाहन चालकों को कोहरे में विशेष सावधानी बरतने, अनावश्यक यात्रा से बचने और बच्चों व बुजुर्गों का खास ध्यान रखने की अपील की गई है।

