- कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने किया अधिकारियों केसाथ सर्वे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दीपावली से ठीक पहले अच्छी खबर हैं। कंकरखेड़ा और सिटी स्टेशन के बीच पांच अंडर पास बनेंगे। इसका शुक्रवार को अधिकारियों ने सर्वे किया। सर्वे के दौरान कैंट के भाजपा विधायक अमित अग्रवाल भी मौजूद रहे। भाजपा विधायक के प्रयास से इस दिशा में तेजी से काम चल रहा हैं। भाजपा विधायक अमित अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली-सहारनपुर रेलवे लाइन पर रोहटा रोड से सरधना रोड, कंकरखेड़ा के बीच पड़ने वाले पांच रेलवे क्रासिंग रेस कोर्स, ग्रास मंडी, कासिमपुर आदि फाटक नंबर 27, 28, 29, 28-अ, 28-उ पर अंडर पास तथा फ़्लाइओवर बनवाने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं।
सर्वे करने आये अधिकारियों की टीम ने एक फ्लाईओवर और चार अंडर पास बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ा दिये हैं। इसको लेकर भाजपा विधायक ने भी अधिकारियों की टीम का आभार व्यक्त किया हैं। उनका कहना है कि कासमपुर रेलवे क्रांसिग पर हाल ही में हादसा हो गया था, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की जान चली गई थी। अब इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसी वजह से अंडर पास बनाने की दिशा में तेजी से कार्य आरंभ कर दिया गया हैं।
शुक्रवार को कैंट विधायक अमित अग्रवाल के साथ नोर्थन रेलवे एवं सेतु निगम उत्तर प्रदेश के इंजीनियर्स एवं अधिकारियों की टीम ने स्थल निरीक्षण और सर्वे किया। सर्वे में एक फ्लाईओवर और चार अंडर पास बनाने पर सहमति दे दी। इसके लिए पर्याप्त जगह मौजूद हैं। इसकी रिपोर्ट आला अफसरों को दी जाएगी, ताकि अंडर पास बनाने की दिशा में फाइल आगे बढ़ाई जा सके।
यह वक्फ प्रॉपर्टी है या सोने का अंडा !
वक्फ प्रॉपर्टी को लेकर मचे गदर में अब दूसरा पक्ष भी खुलकर सामने आ गया है। उसने भाजपा नेता काजी शादाब को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि वो पार्टी का खौफ दिखाकर उन्हें धमका रहे हैं। इस संबध में मुतवल्ली नदीम अशरफ ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि उन्हें सुरक्षा के साथ साथ न्याय दिया जाए।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल मेरठ में वक्फ संख्या 526 (अंगूर वाली मस्जिद) की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी है। भाजपा नेता काजी शादाब ने आरोप लगाया था कि मुतवल्ली ने इस प्रॉपर्टी की रसीद दो अलग अलग लोगों के नाम काट दी। यहीं से रार शुरु हो गई। काजी शादाब ने आरोप लगाया था कि मुतवल्ली ने इस प्रकरण में बड़ा आर्थिक घोटाला किया है। इस संबध में कार्रवाई के लिए एक प्रतिनिधिमण्डल गुरुवार को डीएम से भी मिला था।
डीएम से मिले मुतवल्ली, पेश की सफाई
उधर शुक्रवार को वक्फ के मुतवल्ली नदीम अशरफ डीएम से मिले और उन्हें काजी शादाब के खिलाफ शिकायतों का चिट्ठा सौंपा। मुतवल्ली ने सफाई देते हुए कहा कि वक्फ संख्या 526 की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी 4 सितम्बर 2023 को फहीमुद्दीन द्वारा बगैर लेन देन के खाली की गई।
इसके बाद 13 सितम्बर 2023 को कमेटी ने प्रस्ताव पास कर 20 सितम्बर 2023 को फरहीन खानम पत्नी मो. फैसल के नाम से पहली रसीद काटी तथा कब्जा दे दिया। अतिये के रूप में 11 लाख 50 हजार रुपये लिए गए और बाकी 1 लाख 75 हजार रुपये एक माह के बाद देना तय हुआ।
ये आरोप भी लगे
मुतवल्ली के अनुसार इसके दो दिन पश्चात 22 सितम्बर 2023 को एक अन्य व्यक्ति जुनैद पुत्र जमील अपने साथियों के साथ मस्जिद में आ धमका और उन्हें तथा कमेटी के सदस्य मो. यूसुफ सलमानी को धमकाकर उसी प्रॉपर्टी की एक दूसरी रसीद कटवा ली। इसके बाद उसने दुकान पर कब्जा भी कर लिया।
काजी शादाब कठघरे में!
मुतवल्ली ने भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य काजी शादाब को कटघरे में खड़ा करते हुए उन पर आरोप लगाया है कि वो अपनी पार्टी का रौब दिखाकर प्रशासन से जुनैद के हक में फैसला कराने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि काजी शादाब की नजर अतिया के तौर पर आए 14 लाख 25 हजार रुपये पर है। मुतवल्ली ने इस पूरे मामले में प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए अपने लिए सुरक्षा भी मांगी है।