जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अंडरपास व फ्लाईओवर का बजट एक बार फिर से रिवाइज होकर बढ़ गया है। हम बात कर रहे मोदीपुरम और खिर्वा बाइपास पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर व अंडरपास की। ये निर्माण लंबा खींचता जा रहा है। एक वर्ष पहले निर्माण पूरा होना था, लेकिन जिस धीमी गति से काम चल रहा है, वह लंबा खींच गया। इससे निर्माण पिछड़ गया है। अब इसका बजट रिवाइज किया गया है, जिसमें बजट का खर्च बढ़ गया है।
एनएच-58 पर मोदीपुरम में जाम की समस्या के चलते एनएचएआई ने यहां पर फ्लाईओवर के निर्माण की प्लानिंग की थी, जिसके लिए एनएचएआई की तरफ से बजट स्वीकृत हो गया तथा इसका चार वर्ष पहले टेंडर भी हो गया था, लेकिन इसके निर्माण में दिये गए समय से ज्यादा समय लग गया है, जिसके चलते इसका बजट लगातार बढ़ता जा रहा है।
एनएचएआई ने फिर से इसके बजट को रिवाइज किया है, जिससे करीब करोड़ों का नुकसान हो गया है। यदि निर्धारित समय पर फ्लाईओवर व खिवाई अंडरपास का निर्माण कर दिया गया होता तो बजट रिवाइज नहीं होता। ये तो सीधे जनता की जेब पर भार पड़ रहा है। यह पहला मामला नहीं है, बल्कि इसी तरह से कई और भी प्रोजेक्ट है, जिनके निर्माण में देरी हो रही है। खतौली में भी एनएचएआई का निर्माण चल रहा है। इससे आगे भी कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहे हैं।
एनएचएआई की ढील से यह सब हो रहा है। खिर्वा अंडरपास का निर्माण अभी अधूरा पड़ा है। अंडरपास तो बन गया, लेकिन अपरोच रोड का निर्माण अधूरा है। अभी तो सिर्फ खुदाई का काम चल रहा है।
सड़क की खुदाई एनएचएआई करा पाई है। वहां भी कोई खास काम नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते लग रहा है कि पूरी तरह से इस निर्माण को पूरा करने में लंबा समय खींच सकता है। अंडरपास का लेंटर डल गया है, उसके नीचे से लोगों ने आवागमन भी आरंभ कर दिया था, मगर एनएचएआई ने फिलहाल उसे बंद कर दिया है।
क्योंकि सर्विस रोड से वाहनों का आवागमन है, ऐसे में दुर्घटना हो सकती है। पहले एप्रोच रोड बनेगी, तब जाकर अंडरपास को जनता के लिए खोला जाएगा। इसी तरह से मोदीपुरम स्थित फ्लाईओवर का निर्माण अधूरा पड़ा है, जिसमें लंबा समय लग सकता है। क्योंकि जो काम को गति पकड़नी चाहिए थी, वह गति काम नहीं पकड़ पा रहा है।