नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। कहा जा रहा है कि इस बार का महाकुंभ इसलिए बेहद खास है क्योंकि 144 वर्षों के बाद महाकुंभ में 12 तारीख से 7 ग्रह एक ही कतार में आ रहे हैं। ऐसे में ये महाकुंभ अमृत महाकुंभ की श्रेणी में आ गया है।
बुध, शनि, शुक्र, गुरु, मंगल, नैपचून और यूरेनस जनवरी से एक सीध में हैं। इसे आप ऐसे समझिए कि इनके एक सीध में होने से इसका व्यापक प्रभाव देश और दुनिया के अलावा राशियों पर भी पड़ेगा। 28 फरवरी तक सभी ग्रह एक सीध में आ जाएंगे जिसके चलते ये एक अद्भुत संयोग बनेगा।
किन चीजों के लिए होगा लाभकारी?
- इस अद्भुत अवसर का फायदा उठाया जा सकता है। इस समय का उपयोग आत्मनिर्माण और मानसिक शांति के लिए करना बेहद लाभकारी हो सकता है
- ये समय बदलाव के अलावा नए अवसरों और समृद्धि की और बढ़ने का हो सकता है
किन राशियों पड़ेगा असर?
बात अगर उन राशियों की करें जिनका इस पर असर पड़ेगा तो आकाश में देखा जाए तो ये 7 ग्रह दक्षिण-पश्चिम से पूर्व की तरफ देखे जा सकते हैं। इसका मतलब है कि मकर, कुंभ, मीन, मेष, वृष और मिथुन राशि इस क्षेत्र में हैं
वहीं, इन ग्रहों द्वारा ऊर्जा का प्रवर्तन सबसे ज्यादा सिंह, कर्क, वृश्चिक और कन्या राशि पर पड़ेगा।
कब हुआ था ऐसा संयोग?
जैसा कि इस बार ये दुर्लभ संयोग बन रहा है। ठीक ऐसे ही वर्ष 1962 में ये दुर्लभ संयोग बना था। वहीं, अब अगली बार ये संयोग वर्ष 2050 में बनेगा। ऐसे में समझा जा सकता है कि इस महाकुंभ को अमृत महाकुंभ कहा जा रहा है।