Wednesday, August 13, 2025
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पाक में पूर्व पीएम इमरान खान की कभी भी हो सकती है गिरफ़्तारी

जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के आवास की ओर जाने वाली सड़क पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी का कहना है कि सरकार इमरान खान को गिरफ्तार करने की योजना बना रही है। एआरवाई न्यूज ने यह जानकारी दी है।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस्लामाबाद में रावल झील के पूर्वी तट पर स्थित आवासीय क्षेत्र बानी गाला के आसपास असामान्य हलचल देखी गई है। वहीं, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश को धमकी देने के आरोप में इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया है।

पाकिस्तानी सरकार ने भाषणों के लाइव प्रसारण पर लगाई रोक

पाकिस्तान के मीडिया नियामक प्राधिकरण (PEMRA) ने इस्लामाबाद में एक संबोधन के दौरान एक पुलिस अधिकारी और एक महिला मजिस्ट्रेट को धमकी देने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान के लाइव भाषणों के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है।

पीईएमआरए ने अपनी अधिसूचना में कहा कि इमरान खान का भाषण हमारे प्राधिकरण नियमों का खुला उल्लंघन है। इसके अलावा इमरान का भाषण संविधान के अनुच्छद 19 भी का उल्लंघन है। पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पीईएमआरए) ने कहा है कि इमरान के रिकॉर्ड किए गए भाषण को प्रभावी निगरानी और संपादकीय नियंत्रण सुनिश्चित करने के बाद ही प्रसारित होने की अनुमति होगी।

इमरान ने शाहबाज गिल के समर्थन में रैली में दी थी धमकी

बता दें कि इमरान खान ने जेल में बंद इमरान के करीबी नेता शाहबाज गिल के समर्थन में एक रैली निकाली थी। जिसमें इमरान ने यह बयान दिया था। गिल को एक निजी टीवी चैनल पर देश के खिलाफ दुष्प्रचार करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। इमरान ने कहा कि अगर गिल के खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है, तो फजलुर रहमान, नवाज शरीफ और राणा सनाउल्लाह को भी न्यायिक कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा। खान ने कहा कि गिल के साथ जो हुआ वह उनके द्वारा कही गई बातों के कारण नहीं था, यह बदले की राजनीति के तहत हुआ है।

इमरान खान ने सेनाध्यक्ष की नियुक्ति पर उठाया सवाल

इमरान खान ने पाकिस्तान में मौजूदा स्थिति को सेनाध्यक्ष की नियुक्ति से जोड़ा और इसे “दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया कि देश में सब कुछ एक नियुक्ति के लिए हो रहा था। पूर्व प्रधानमंत्री ने संघीय राजधानी में सोशल मीडिया प्रभावितों से बातचीत में कहा कि सेना प्रमुख की नियुक्ति योग्यता के आधार पर की जानी चाहिए।

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