जनवाणी संवाददाता |
बेहट: सामाजिक संस्था समर्पण की संस्थापक ने कस्बे में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता की उन्होंने बताया कि सहारनपुर से जहानपुर तक परिवहन विभाग से परमिट जारी है लेकिन बस संचालक अपनी मनमानी करते हुए सहारनपुर से बरौली तक ही बस चलाते हैं। जिससे घाड के दर्जनों गांवों के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सामाजिक संस्था समर्पण की संस्थापक ने इस परेशानी को देखते हुए आरटीओ और सहारनपुर शाकुम्भरी देवी बस यूनियन के पदाधिकारियों से बात की उनसे मांग उठाई कि सहारनपुर से जहान दूर तक सुचारू रूप से बसों का संचालन कराया जाए।
बता दें कि सहारनपुर-जहानपुर मार्ग पर बसों का संचालन न होने की समस्या से जूझ रहे दर्जनों गांवों के लोगो को बड़ी राहत मिली है। सामाजिक संस्था समर्पण की संस्थापक प्रियमवदा राणा के प्रयासों से अब इस मार्ग पर बसों के संचालन से गांव वासियों में खुशी की लहर है। उन्होंने संस्था के समस्त पदाधिकारियों का शुक्रिया भी अदा किया है।
शुक्रवार को बेहट कस्बे के आनन्द बाग स्थित शेख़ गुलफाम के प्रतिष्ठान पर पत्रकारों से बात करते हुए सामाजिक संस्था समर्पण की संस्थापक व यूपी सरकार में मंत्री तथा देवबंद विधायक रहे। स्व राजेंद्र सिंह राणा की सुपुत्री प्रियमवदा राणा ने कहा कि घाड़ इलाके में वैसे तो समस्याओं का अंबार है। घाड़ के लोगो को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
सहारनपुर से जहानपुर मार्ग पर परमिट होने के बावजूद बसों का संचालन नही किया जा रहा था। जिससे बरौली, ताल्हापुर, जहानपुर सहित दर्जनों गांवों के लोगो परेशानी उठानी पड़ रही थी। बसों के संचालन के सम्बंध में उन्होंने सहारनपुर-शाकुम्भरी देवी जनता रोड बस यूनियन के प्रबंधक व अन्य पदाधिकारियों से बातचीत की।
जिसके बाद यूनियन के पदाधिकारियों ने शुक्रवार से बसों का संचालन करने का निर्णय लिया है। प्रियमवदा राणा ने बताया कि एक बस सहारनपुर से जहानपुर के लिए सुबह 10 बजे, दोपहर 3 बजे तथा शाम साढ़े 4 बजे चलेगी तथा जहानपुर से सहारनपुर के लिए सुबह 8 बजे, 9 बजे व दोपहर 2 बजे चलेगी।
प्रियमवदा राणा ने बताया कि यात्रियों की संख्या बढ़ने के बाद बसों की संख्या भी बढाने का आश्वासन बस यूनियन की ओर से दिया गया है। काफी समय बाद बसों का संचालन होने से दर्जनों गांवों के लोगो का राहत मिलेगी। इस दौरान शेख़ नदीम अहमद, जाबिर क़ुरैशी, तरुण राणा, नादिर मामा, राहुल कन्धेला, चीनू राणा, अंकित पुंडीर, शेख़ परवेज़ आलम, वीर प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।