Monday, July 1, 2024
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महिलाओं की फ्री यात्रा…फिर भी बढ़ी निगम की कमाई

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  • रक्षाबंधन के पर्व पर रोडवेज और महानगर बस सेवा में महिलाओं ने पहले दिन निशुल्क यात्रा का लिया आनंद
  • इस बार दो दिन लागू रहेंगे आदेश, आज मध्य रात्रि तक मुफ्त सफर का आनंद ले सकेगी आधी आबादी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम और महानगर सेवा की सभी बसों में दो दिन यानि 29 अगस्त की मध्य रात्रि से 31 अगस्त मध्य रात्रि तक 48 घंटे के लिए महिलाएं फ्री यात्रा की व्यवस्था की गई है। बीते 24 घंटों के दौरान महिलाओं को निशुल्क यात्रा कराने के बावजूद मेरठ परिक्षेत्र में 1.12 करोड़ रुपये की आय प्राप्त की गई है।
आरएम केके शर्मा ने बताया कि परिवहन निगम की समस्त बसों में महिलाओं को 29 अगस्त रात्रि 12 बजे से 31 अगस्त मध्य रात्रि 12 बजे तक निशुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान की गई है।

यात्रा करने वाली महिलाओं को उनके गंतव्य तक टिकट तो दिए जा रहे हैं, लेकिन टिकट का मूल्य शून्य दर्ज किया जा रहा है। इसके लिए ईटीएम में विशेष कमांड देकर यह व्यवस्था की गई है। महिलाओं को शून्य मूल्य के टिकट देने का प्रमुख कारण यह है कि विभाग के कारण कुल यात्रियों की संख्या का रिकार्ड रहेगा। आरएम ने बताया कि मेरठ परिक्षेत्र के मेरठ डिपो, भैंसाली डिपो, सोहराब गेट डिपो, बड़ौत डिपो और गढ़ डिपो में संचालित 707 निगम और अनुबंधित सभी बसों के अतिरिक्त फेरे करने की व्यवस्था भी निगम की ओर से की गई है।

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उन्होंने बताया कि औसतन एक बस प्रतिदिन 295 किमी सफर करती है, इसके स्थान पर बीते 24 घंटे में 332 किमी प्रति बस को संचालित किया गया है। सामान्य तौर पर परिक्षेत्र में प्रतिदिन 1.12 लाख यात्री सफर करते हैं, जिनसे करीब 80 लाख रुपये की आय होती है। इनके स्थान पर बीते 24 घंटे में 1.45 लाख यात्रियों ने निगम की बसों में सफर किया, जिनसे मेरठ परिक्षेत्र में 1.12 करोड़ रुपये की आय हुई है। इस बीच कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों के जरिये समूची व्यवस्था पर नजर रखने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए अधिकारियों ने अपने मोबाइल में भी कंट्रोल रूम का एक्सेस ले लिया है। इसके अलावा अधिकारियों और कर्मचारियों को बस स्टैंड पर घूमते हुए यात्रियों, विशेषकर महिलाओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया गया है।

सिटी बस सेवा के कार्यकारी एमडी एआरएम वित्त मुकेश अग्रवाल ने बताया कि महानगर सेवा के अंतर्गत चलने वाली समस्त सीएनजी, इलेक्ट्रिक और वोल्वो बसों में भी 48 घंटे की अवधि में यानि 29 अगस्त की मध्य रात्रि से 31 अगस्त मध्य रात्रि तक महिलाओं को शून्य मूल्य के टिकट दिए जाने की व्यवस्था ईटीएम में कराई गई है। बिजनौर क्षेत्र की ओर अधिक यात्री निकलने के दृष्टिगत निगम की एक बस के साथ-साथ मवाना और हस्तिनापुर तक सिटी बसों को लगाया गया है। ताकि निगम की बसों के संचालन में कोई व्यवधान न आए। वहीं यात्रियों की संख्या और जरूरत के अनुसार सीएनजी बसों को गढ़ तक चलाने की व्यवस्था की गई है।

कोई रूट प्लान नहीं, दिन भर जाम का झाम

रक्षा बंधन के त्योहार पर शहर में यातायात के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से कोई रुट प्लॉन तैयार नहीं किया गया। जिसका नतीजा ये निकला कि बुधवार को पूरे दिन शहर में जाम लगा रहा। जिस तरफ देखो वाहनों की लंबी कतारें और चौराहों पर भीषण जाम में सड़कों और चौराहों के बीच घंटों फंसे रहे, लेकिन ट्रैफिक पुलिस इस पूरे जाम से निपटपने के लिए नदारद दिखाई दी।

देशभर में रक्षा बंधन का त्योहार 30 अगस्त और 31 अगस्त को लोग अलग अलग शहरोंं में मना रहे हैं। इसी त्योहार के चलते शहर में ट्रैफिक पुलिस की ओर से यातायात कंट्रोल करने और जाम से निपटने के लिए कोई विशेष प्लॉन तैयार नहीं किया गया था। बुधवार को पूरा दिन शहर की सड़कों और चौराहों पर दुपहिया वाहनों से लेकर चौपहिया वाहनों का रेला निकल पड़ा। वजह ये रही कि रक्षा बंधन के चलते लोग अपने गंतव्य की ओर निकल पड़े। कोई कारों से अपने परिवारों के साथ अपने घर के लिए दूरदराज से छुट्टी लेकर घर पहुंच रहा था।

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वहीं कुछ लोग अपने परिवार की महिलाओं के साथ ससुराल पहुंचने के लिए निकल रहे थे। शहर की हर सड़कों व चौराहों पर घंटों कारों और बाइक व स्कूटी की लंबी कतारें लगी थी। सड़कों पर यातायात की स्थिति ऐसी थी कि लोग अपने वाहनों में घंटों एक ही स्थान पर खड़े हांफते नजर आये। जाम लगने की सबसे बड़ी वजह ये रही कि ट्रैफिक पुलिस ने रक्षा बंधन त्योहार पर कोई रुट प्लॉन तैयार नहीं किया और न ही यातायात कंट्रोल के लिए ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था बनाई। जिसका नतीजा ये रहा कि शाम के वक्त भी लोग घंटों जाम में फं से रहे।

बेगमपुल से लेकर दिल्ली रोड पर जाम का आलम ये था कि लोग सड़कों पर अपने वाहनों में बैठे ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम को कोसते नजर आये। वहीं मेट्रो प्लॉजा से बागपत बाइपास तक भी यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। लोग घंटों जाम में फंसकर रह गए। तेजगढ़ी चौराह से लेकर काली नदी पुल पर जाम की भीषण स्थिति बनी रही। वहीं बच्चा पार्क और कचहरी पुल पर भी घंटों जाम लगा रहा। आज भी शहर में जाम लगने की पूरी आशंका है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने त्योहार के चलते यातायात को ध्यान में रखते हुए कोई अतिरिक्त ट्रैफिक रुट प्लॉन तैयार नहीं किया है।

सरधना बाइपास पर जाम

सरधना बाइपास पर बुधवार की शाम को ट्रैफिक व्यवस्था धड़ाम हो गई। दो घंटे तक लोग यहां जाम से जूझते रहे। ट्रैफिक पुलिस कर्मी मूकदर्शक बने रहे। इस दौरान आर्मी के बड़ी तादाद में ट्रक आ गये थे। उनको समय से निकाला नहीं जा सकता, जिसके बाद जाम लग गया। बड़े ट्रक भी शहर में एंट्री कर रहे थे, जिनको बाद में खिर्वा बाइपास से भेजा गया। ट्रैफिक पुलिस कर्मी सही से ड्यूटी करते तो ये जाम नहीं लगता। जाम दोनों ही साइड में लग गया था। यू-टर्न जहां से लेना चाहिए था, वहां से नहीं लेकर पहले ही वाहन यू-टर्न ले रहे थे, जिसके बाद भी जाम लग रहा था। पुलिस कर्मी ऐसे वाहनों पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे थे।

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