- किसान आंदोलन से प्रभावित होने लगा है शहर का बाजार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: किसान आंदोलन का साफ असर अब बाजार पर दिखाई देने लगा है। फलों और सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हो गई है। संभावना है कि किसान आंदोलन लंबा चला तो आम आदमी की पकड़ से सब्जी और फल दूर हो जायेंगे। अपनी मांगों को लेकर किसान कई दिन से आंदोलन कर रहे हैं। दिल्ली में चल रहे इस आंदोलन का असर अब पूरे देश भर में नजर आने लगा है। बाजार में रोजमर्रा की चीजों के दामों में बेतहाशा वृद्धि होने लगी है।
तीन दिन पूर्व 40 रुपये किलो बिकने वाले अमरुद के दाम बढ़Þकर 70 और 80 रुपये किलो पर पहुंच गये हैं। 40 रुपये किलो में बिक रहा पपीता अब 70 रुपये किलो पर पहुंच गया है। मेरठ में जहां काफी फल व सब्जी दिल्ली की मंडियों से आती है। वहीं, पंजाब से भी संतरे और किन्नू आदि फलों की आवक होती है, लेकिन मार्ग बंद होने की वजह से फल व सब्जियों की आवक कम होती जा रही है।
अब संतरा और किन्नू के दाम भी 30 रुपये किलो से बढ़कर 50 रुपये किलो तक पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है। किसान आंदोलन के कारण व्यापारियों ने दिल्ली आजादपुर, गाजीपुर आदि मंडियों से सब्जी व फल अधिक मंगवाए। यही हाल सब्जियों का भी हो रहा है। 30 रुपये किलो मिलने वाली प्याज का भाव बढ़कर 40 रूपये किलो पहुंच गया है।
जबकि अदरक और लहसुन तो पहले ही महंगा बिक रहा है। लहसुन तो 80 से 100 रुपये का 250 ग्राम के भाव बिक रहा है। सब्जी मंडी में 50 प्रतिशत से अधिक कारोबार बाहर की सब्जियों का होता है, लेकिन मंडी में सब्जियों व फल कम आने से पुराने के रेट में ही बढ़ोतरी होकर बिक्री की जा रही है।