जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गांवों में अंत्येष्टि स्थल बनाये जाने के निर्देशों पर अमल शुरू हो गया है। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में अंत्येष्टि स्थल बनाए जायेंगे। उप मुख्यमंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस कार्य को पूरी तत्परता के साथ कराया जाना सुनिश्चित किया जाए और अन्त्येष्टि स्थलों के पास नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराये जाने की भी व्यवस्था की जाए तथा अंत्येष्टि स्थल तक आने जाने सुगम रास्ते की भी व्यवस्था होनी चाहिए।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे परिवारों के वयस्क सदस्यों को मांग के अनुरूप एक वर्ष में 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराते हुए आजीविका संवर्द्धन किया जाना योजना का मुख्य उद्देश्य है। इसके साथ ही स्थायी परिसंपत्तियों का सृजन किया जाना भी भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशो के क्रम में आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग जीएस प्रियदर्शी द्वारा अन्त्येष्टि स्थलों के निर्माण के सम्बन्ध में जिला अधिकारियों को व्यापक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जारी दिशा निर्देशों में कहा गया है कि ग्रामीण अंचलों में अन्त्येष्टि स्थल ना होने से मृत ग्रामीण वासियों की अन्त्येष्टि क्रियाएं खुले स्थान पर संपादित की जाती है, जिससे सामाजिक परिवेश पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अतः स्थानीय आवश्यकता के दृष्टिगत अंत्येष्टि स्थल निर्माण किया जाना ग्रामीण परिवेश की महत्वपूर्ण क्रियाकलाप है और महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सामुदायिक स्थलों पर अंत्येष्टि स्थल बनाये जाने का प्राविधान किया गया है।