- सीएम योगी ने परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव व परिवहन निगम के चेयरमैन एम. वेंकटेश्वर लू को एमडी का दिया अतिरिक्त चार्ज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में तीन दिन पूर्व हुए साइबर अटैक और सर्वर हैक मामले में एमडी संजय कुमार पर गाज गिरी है। उन्हें प्रबंध निदेशक के पद से हटा दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव व परिवहन निगम के चेयरमैन एम. वेंकटेश्वर लू को एमडी का अतिरिक्त चार्ज दिया है।
25 अप्रैल की रात रोडवेज की इलेक्ट्रॉनिक बस टिकटिंग प्रणाली का रखरखाव करने वाली फर्म की नवी मुंबई स्थित कंपनी में सेंध लगाकर विदेशी हैकरों ने टिकटिंग सरवर के डाटा को इनक्रिप्ट कर दिया है। इसके अलावा यूपी रोडवेज की आॅनलाइन टिकट बुकिंग की व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित है। बताया गया है कि हैकर्स ने फिरौती के रूप में 40 करोड़ रुपये क्रिप्टो करेंसी की डिमांड रखी है।
सूत्रों के अनुसार दो दिन बाद यह रकम बढ़ाकर 80 करोड़ की धमकी दी है। बताया गया कि प्रारंभिक जांच में रैंसमवेयर के हमले की बात सामने आ रही है। वेबसाइट का प्रबंधन करने वाली कंपनी मैसर्स ओरियन प्रो ने वेबसाइट से डाटा रिकवर करने के लिए टीम लगाई है। साइबर अटैक से परिवहन निगम की वेबसाइट ठप होने के बाद अब मैनुअल टिकटिंग के जरिये ही टिकट बुक हो रहे हैं।
यात्री आॅनलाइन टिकट बुक नहीं करवा पा रहे हैं। परिवहन निगम ने क्षेत्रीय अधिकारियों को बस अड्डों और डिपो पर हर वक्त निगरानी के आदेश दे दिए हैं। जिससे बसों का संचालन प्रभावित न हो। वेबसाइट का संचालन करने वाली टीम साइबर अटैक के असर को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
बताया जा रहा है कि डाटा रिकवर होने में काफी समय लग सकता है। इस बीच हैकिंग मामले में निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार पर गाज गिर गई है। इस बीच क्षेत्रीय प्रबंधक केके शर्मा के स्तर से सभी वैकल्पिक व्यवस्था सुचारू होने का दावा दोहराया गया है।
विभाग इस हालात को चुनौती के तौर पर ले रहा है। फर्क सिर्फ इतना आया है कि कंडक्टर बसों में पैसेंजरों को टिकट दे रहे हैं। शिड्यूल के हिसाब से बसों का संचालन हो रहा है। आॅनलाइन टिकट नहीं कटने के कारण कंडक्टरों को समस्या आ रही है।
कुछ कंडक्टरों ने इस स्थिति से बचने के लिए छुट्टी लेने की कोशिश की, जबकि कुछ ने ड्यूटी से भागने की कोशिश की। ऐसे परिचालकों को चेतावनी दी गई कि अगर इस अवधि में वे गैरहाजिर होते हैं, तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। -केके शर्मा, आरएम मेरठ