आकार लेने लगी शहर की आउटर रिंग रोड
मिलेगी जाम से मुक्ति, जुड़ने लगे सभी हाईवे, बचेगा समय
रफ्तार पकड़ेगा मेरठ शहर, लूप की तरह काम करेंगी सड़कें
मनोज राठी |
मेरठ: क्रांतिधरा को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए इनर रिंग रोड और आउटर रिंग बनाने के सपने को पंख लग चुके हैं। एनएच अथॉरिटी आॅफ इंडिया ने शहर की आउटर रिंग रोड का खाका तैयार कर दिन-रात तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। इसके बनने के बाद मालवाहक ट्रक व यात्री वाहन शहर के बाहर से ही निकलने लगेंगे तो शहर में बेवजह घुसने वाले भारी वाहनों से निजात मिलेगी।
शहर के चारों ओर हाईवे का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है। अब आउटर रिंग रोड पर जहां दूसरे जिलों से आने वाले यातायात को शहर से बाहर ही ले जाया जाएगा, वहीं इनर रिंग रोड भी शहर के जाम से निजात दिलाएगी। अब शहर की आउटर रिंग रोड आकार लेने लगी है। भविष्य में शहर की हर दिशा से कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। बता दें कि मेरठ पांच नेशनल हाईवे से जुड़ा है, ऐसे में दूसरे जिलों के ट्रैफिक को शहर के बाहर से ही व्यवस्थित किया जा सकेगा।
मवाना रोड से जुड़ेगी
गढ़मुक्तेश्वर रोड को मवाना रोड से भी जोड़ा जा रहा है। सिसौली के पास से ही भावनपुर होते हुए सलारपुर तक 12.028 किमी के करीब सड़क का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसकी लागत 992 करोड़ आंकी गई है, जिसे फरवरी माह तक पूरा किया जाने का लक्ष्य है। सलारपुर में भी इंटरचेंज प्रस्तावित है, जहां से दौराला के पास से होते हुए एनएच-58 पर सड़क मिलेगी। आउटर रिंग रोड के आकार लेते ही हापुड़, बुलंदशहर, मुरादाबाद, बागपत जाने के लिए शहर के अंदर आने जरूरत नहीं होगी और समय भी 30 से 40 फीसदी तक बचेगा। व्यापार, शिक्षा और उद्योगों के लिए नए रास्ते खुलेंगे। उधर, रुड़की रोड एनएच-58 पर एनएचएआई का सिवाया गांव में टोल प्लाजा है। नया लिंक मार्ग टोल प्लाजा से आगे जाकर रुड़की रोड पर मिलेगा। इस स्थिति में एनएचएआई को टोल टैक्स का भारी नुकसान होगा। वाहन बिना टोल दिए ही सीधे मुजफ्फरनगर की ओर निकल जाएंगे। इन हालात को देखते हुए एनएचएआई के अफसर अब रुड़की रोड के सिवाया टोल प्लाजा को दौराला से आगे शिफ्ट करने पर विचार किया जा रहा है।
तीन हाईवे को जोड़ेगा एनएच-709ए
गढ़-मेरठ-सोनीपत मार्ग को एनएच का दर्जा मिलते ही एनएचएआई ने इसके निर्माण कार्य की प्रक्रिया तेजी से शुरू कर दी गई है। पहले चरण में मेरठ से गढ़ तक एनएच-709ए का निर्माण हो रहा है। सिसौली गांव से गढ़ तक के हिस्से को बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण हो चुका है। यह हाईवे एनएच-119 मेरठ-पौड़ी तथा एनएच-235 मेरठ-हापुड़ को भी आपस में जोड़ेगा। दोनों लिंक रोड एनएच-709ए कहलाएंगे। मवाना रोड पर सलारपुर तथा हापुड़ रोड पर शकरपुर में ये लिंक रोड जुड़ेंगे। लगभग 20 किमी लंबे और 45 मीटर चौड़े इन मार्गों के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना प्रकाशित हो चुकी है।
दिल्ली एक्सप्रेस-वे के जरिए जुड़ेंगे हापुड़ और दिल्ली रोड
दिल्ली रोड एनएच-58 को परतापुर तिराहे पर इंटरचेंज बनाकर दिल्ली एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा रहा है। इसका निर्माण जारी है। चुड़ियाला गांव में भी इंटरचेंज बनाकर हापुड़ रोड एनएच-235 को जोड़ा जाएगा। यह लिंक मार्ग 8.8 किमी लंबा है। इसके लिए अधिग्रहण का काम पूरा करके मुआवजा भी दिया जा चुका है। दिल्ली एक्सप्रेस वे के पांचवें चरण में इसका निर्माण जल्द शुरू होगा।
एनएच-119 और 58 का लिंक, पर चौड़ाई बहुत कम
शहर की रिंग रोड पूरी होने में केवल एनएच-119 मेरठ-पौड़ी हाईवे तथा एनएच-58 रुड़की हाईवे को जोड़ा जाना बाकी है। हालांकि मसूरी-लावड़-दौराला लिंक रोड से दोनों अब भी जुड़े हुए हैं, लेकिन इसकी चौड़ाई कम है। यह यह भाग भी बन जाए तो रिंग रोड पूरा हो जायेगा।
709-ए के निर्माण में खर्च होंगे तीन हजार करोड़
एनएच-709ए के निर्माण पर लगभग तीन हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे तीन एनएच आपस में लिंक हो जाएंगे।
पांच हाईवे को आपस में जोड़ने का काम भी जारी।
दो पर चल रहा तेजी से निर्माण कार्य
तीन एनएच पर जल्द निर्माण शुरू करने की तैयारी।
47 किमी लंबा है एनएच-709ए।
13 किमी लंबा है एनएच-119 और 709ए का लिंक रोड।
सात किमी लंबा है एनएच 235 और 709ए का लिंक रोड।