Tuesday, May 27, 2025
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यहां गौशाला में नहीं, बेडरूम में मिलते हैं गाय और सांड

  • ऋषिकेश के बनखंडी में लड़ते हुए घर में घुसे गाय और सांड

जनवाणी ब्यूरो |

ऋषिकेश : उत्तराखंड सरकार हो या स्थानीय प्रशासन सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए भले ही लाखों दावे करें धरातल पर हकीकत इससे उलट है। तीर्थ नगरी ऋषिकेश में आवारा पशु कभी व्यापारियों की दुकान में घुस जाते हैं, तो कभी घरों में, ताजा मामला बनखंडी क्षेत्र का है। जहां एक गाय और सांड लड़ते हुए एक व्यक्ति के बेडरूम तक जा पहुंचे, किसी तरह से इन्हें घर से बाहर किया गया।

एक सप्ताह पूर्व राम झूला स्थित एक दुकान में दो सांड लड़ते हुए घुस गए थे। जहां दो लड़कियों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। बनखंडी क्षेत्र एक वर्ष पूर्व क्षेत्र की पार्षद अनीता रैना के घर पर भी दो सेंड लड़ते हुए घुस गए थे। घर के बुजुर्ग इस दौरान बाल बाल बचे थे। इस घटना से प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया, आवारा पशुओं की समस्या आज भी बरकरार है।

ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत बनखंडी से गुरुवार की सुबह ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां एक सांड और गाय आपस में लड़ते-लड़ते चंद्र मोहन विरमानी के घर में घुस गए। जहां घर पर मौजूद लोगों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई।

सांड और गाय की लड़ाई में घर पर रखा काफी सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया। नजारा देखकर आसपास के लोग भी सहम गए। सांड और गाय की लड़ाई रुकी तो लोगों ने किसी तरह उनको घर से बाहर निकाला। मामले में चंद्र मोहन विरमानी ने नगर आयुक्त को पत्र देकर आवारा सांडों को शहर से बाहर करने की मांग की है। पत्र में चंद्र मोहन विरमानी ने कहा कि शहर के सड़कों के साथ गली मोहल्ले में आवारा सांडों का कहर लगातार बना हुआ है।

जिनकी वजह से कई लोग घायल होकर अस्पताल भी पहुंच चुके हैं। दोपहिया वाहन सवार भी सांडों की लड़ाई की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं। जनहित में आवारा सांडों को पड़कर शहर से बाहर किया जाना जरूरी है। चंद्र मोहन ने बताया कि नगर आयुक्त से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की गई है। नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि नगर निगम की ओर से ऐसे आवारा पशुओं को गौशाला तक पहुंचाने के लिए कार्रवाई की गई थी। संबंधित क्षेत्र को लेकर भी कार्रवाई की जाएगी।

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