मेघा
आधुनिक व्यस्त जीवन शैली के चलते मांसपेशियों में दर्द, सूजन और ऐंठन जैसी समस्याओं ने लोगों को कम उम्र में घेरना प्रारंभ कर दिया है। इन समस्याओं से शीघ्र राहत हेतु लोग पेनकिलर का सहारा लेते हैं, कुछ समय के लिए दर्द तो दूर रहता है पर वह परमानेंट इलाज नहीं है, फिर से दर्द होने लगता है। आइए जानें कुछ घरेलू इलाज जिन्हें अपने जीवन में प्रयोग कर इन समस्याओं से दूर सकते हैं।
-आधी बाल्टी गर्म पानी में 2-3 चम्मच नमक मिलाकर पतला तौलिया भिगोएं और निचोड़ कंर दर्द वाले स्थान पर 5-7 मिनट तक सिंकाई करें। ऐसा करने से मांसपेशियों में मोच,ऐंठन,अकड़न दूर होती है। इस थेरेपी को हीट थेरेपी कहते हैं।
– 8-10 बर्फ के टुकड़े तौलिए में लपेट कर दर्द वाली जगह पर 1०-से 15 मिनट तक हल्का रगड़ें। 2-3 दिन तक इस प्रक्रिया को दोहराएं। खेलकूद करते समय चोट लगने पर उससे होने वाले दर्द में आराम मिलता है, सूजन कम होती है। यह कोल्ड थेरेपी खून के संचार को कम करती है।
– मांसपेशियों में दर्द होने पर आधा चम्मच साबुत लाल मिर्च के पेस्ट में थोड़ा सा गुनगुना नारियल तेल या आलिव आयल मिलाकर उस दर्द वाले स्थान पर 15-20 मिनट तक लगाएं। फिर धो लें। लाल मिर्च में केप्सैनिन नामक तत्व होता है जो मांसपेशियों में होने वाले दर्द में राहत पहुंचाता है।
-गुनगुने पानी की बड़ी बाल्टी में एक से डेढ़ चम्मच ऐप्सम साल्ट की डालें। अगर टब है तो उसमें 1० से 15 मिनट तक बैठें। अगर बाल्टी है तो उससे स्नान करें। हल्के मांसपेशियों के दर्द में और ऐंठन में आराम मिलता है।
-एक कप दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर मिला कर धीमी आंच पर गर्म करें। जब दूध आधा कप रह जाए तो गैस बंद कर उस हल्दी मिले दूध को दिन में एक या दो बार पीने से दर्द में आराम मिलता है। हल्दी में एंटी इंफ्लेमेट्री गुण होने के मांसेपेशियों के दर्द और सूजन में आराम मिलता है।
-कच्ची ताजी हल्दी 1 चम्मच कद्दूकस की हुई, उसमें एक चम्मच नींबू का रस और नमक को अच्छी तरह मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लगाएं। लगभग आधे घंटे बाद गुनगुने पानी से धो लें। अधिक दर्द होने पर दिन में दो बार लगाएं।
-चार बड़े चम्मच कद्दूकस की अदरक को सूती कपड़े में बांधकर पोटली बनाएं। 2 गिलास गुनगुने पानी में 5 मिनट तक डिबोकर रखें फिर पोटली को दर्द वाले स्थान पर रखें और हल्के हाथों से रब करें। अदरक में भी प्राकृतिक रूप से सूजन कम करने की क्षमता होती है और आराम मिलता है।
– 2 कप पानी में अदरक का रस बड़ा टुकड़ा 10 मिनट तक उबालें। फिर गैस बंद कर उस पानी को छान लें उसमें एक छोटा चम्मच शहद मिलाकर पीने से लाभ मिलता है। डायबिटीज के रोगी कम मात्रा में शहद डालें।
– चेरी जूस नियमित पिएं। अगर जूस खट्टा लगे तो चेरी की स्मूदी बना कर भी ले सकते हैं। चेरी में एंथोक्यूनिंस नामक एंटी आक्सीडेंट होने के कारण मांसपेशियों में होने वाली जलन और दर्द को दूर करने की क्षमता होती है।
-अगर मसल्स में दर्द हो रहा है तो एक गिलास गरम पानी में एक बड़ा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर और छोटा चम्मच शहद मिलाकर दिन में एक बार एक हफ्ते तक नियमित लें। एप्पल साइडर विनेगर मांसपेशियों के दर्द को कम कर रिलेक्स करता है।
-आधी बाल्टी गुनगुने पानी में दो कप एप्पल साइड विनेगर मिलाकर दर्द वाली जगह पर 5-7 मिनट तक सेंक करें। कुछ दिन नियमित करने से आराम मिलेगा।
– कोकोनट आॅयल, आलिव आॅयल, तिल के तेल और सरसों के तेल की मालिश करने से भी मांसपेशियों को आराम मिलता है।
-तिल के तेल में लहसुन की कुछ कलियां, अजवायन और हल्दी जला कर दर्द वाले स्थान पर गुनगुना होने पर मालिश करें। कच्ची पक्की रोटी एक तरफ से पक्की एक तरफ से कच्ची गर्म रोटी पर यदि तेल चुपड़ कर दर्द वाले स्थान पर किसी कपड़े से बांधें और आराम करें। उस समय पंखा,एसी या कूलर न चलाएं। कुछ दिन तक लगातार करने से आराम मिलेगा।
क्या न करें
-अगर कंधे या कमर में दर्द है तो कुर्सी या कार में बिना सहारा लिए न बैठें।
-दर्द होने पर रिक्शा या आॅटो पर बैठने से बचें।
मांसपेशियों में दर्द होने पर न अधिक देर खड़े रहें, न ही अधिक देर तक बैठे रहें।
-चीनी, ट्रांस फैट्स, कैफीन और अल्कोहल का सेवन न करें। ये खाद्य पदार्थ दर्द और जलन को बढ़ावा देते हैं।
-मांसपेशियों में अधिक ऐंठन या दर्द हाने पर कोई भी पेनकिलर लेकर थोड़ी देर आराम करें। बाद में हल्के-फुल्के काम करें। शरीर का मूवमेंट जारी रखें। अधिक आराम से भी नुकसान पहुंचता है।