- बेटी के बहकते कदमों पर परिवार के लोग बन रहे खून के प्यासे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिस क्रांतिधरा में देश की आजादी के लिये नौजवानों के खून बहे हों उसी क्रांतिधरा में बेटी के बहकते कदम पर घर वाले खून बहाने से परहेज नहीं कर रहे हैं। मेरठ, बागपत और मुजफ्फरनगर में झूठी शान के लिये बेटियों का खून बेइंतहा बहाया जा रहा है।
कहीं बेटी प्रेम विवाह के कारण मारी जा रही है तो कहीं बेटी के किसी दोस्त से बात करने की सजा के रुप में मौत दी जा रही है। समाज आधुनिकीकरण की तरफ बढ़ रहा है लेकिन कुछ परिवारों के लिये अभी आॅनर किलिंग आखिरी हथियार बन रहा है।
बालिग युवतियों के प्रेम-प्रसंग को लेकर परिवार में नाराजगी होनी स्वाभाविक बात है, लेकिन 12 साल की बेटी सिर्फ लड़के से बात करती थी, उसे मौत की सजा देना कहां तक उचित है। यह बहस का मुद्दा हो सकता है और इसके पीछे तर्क और वितर्क भी हो सकते हैं। जिस तरह से निर्दयी मां बाप ने अपनी बेटी को एक राय होकर गंग नहर में फेंक कर मार डाला क्या वो सामाजिक रुप से स्वीकार है।
क्रांतिधरा में दो साल में आॅनर किलिंग के बाइस मामले आए हैं जिनमें बेटियों का ख्ूान बेरहमी से बहाया गया है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि चंचल के मां बाप को गिरफ्तार कर लिया गया है और बेटी की हत्या की बात पिता ने स्वीकार की है। आॅनर किलिंग से पहले समाज बेटियों के बहके कदम के कारण मां बाप को जीने नहीं देता है, ऐसे में जन्म लेती है आॅनर किलिंग।
किस बेरहमी से लिसाड़ीगेट में बेटी के प्र्रेम प्रसंग से परेशान पिता शाहिद ने अपनी बेटी सानिया की गर्दन काट कर हत्या कर दी थी और धड़ को कब्रिस्तान के पास फेंक कर धड़ को अंजुम पैलेस के पास नाले में फेंक दिया था। इस आॅनर किलिंग में निर्दयी पिता का साथ उस मां ने दिया था जो अपनी बेटी के बिना खाना भी नहीं खाती थी। जब पुलिस ने पूछा तो शाहिद ने कहा कि लोगों के ताने सुनने से अच्छा है बेटी को ही मार दो।
भावनपुर थाना क्षेत्र के भूड़पुर गांव में युवती के प्रेम विवाह से नाराज परिवार वालों ने उसे मौत के घाट उतार दिया था। गांव की रहने वाली एक युवती का गांव के ही अनुसूचित जाति के युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। युवती ने इसी साल 22 जुलाई को उन्होंने कोर्ट मैरिज कर ली थी। युवती के भाइयों ने युवती की हत्या कर शव जला दिया था। सरधना में प्रेम विवाह करने वाली बहन के भाइयों ने उसके पति का गला रेतने के बाद गोली मार कर हत्या कर दी थी।
विरोध करने पर आरोपियों ने अपनी बहन पर भी चाकू से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। परतापुर थानाक्षेत्र में बेटी को मारने के लिए परिवार और रिश्तेदारों ने 24 घंटे में खौफनाक साजिश रच डाली थी। पहले बेटी को कमरे में बंद करके बेरहमी से पीटा और फिर मार डाला।
बेटी का कसूर इतना था कि उसने अनुसूचित जाति के युवक से मोहब्बत के बाद शादी कर ली थी। एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि अधिकतर मामले साइको पर आधारित होते हैं, लेकिन यहां पर इनको आॅनर किलिंग कहा जाता है।