Thursday, January 23, 2025
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बिना बेस कैसे संचालित हो आनलाइन कक्षाएं

  • गरीब बच्चों के पास नहीं है पर्याप्त मात्रा में साधन, न ही ग्रामीण क्षेत्रों में सही कनेक्टिविटी
  • विद्यार्थियों की कक्षा संचालित करने के लिए हो रहा आनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग

जनवाणी संवाददाता | 

मेरठ: वर्तमान समय में कोरोना वायरस से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के बीच शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। क्योंकि कोरोना वायरस में स्कूलों को खोलना छात्रों के हित में नहीं है। ऐसी स्थिति में समस्याओं से निपटने के लिए शिक्षा विभाग एवं सरकारें विभिन्न प्रयास कर रही हैं।

जिससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई को नुकसान न हो इसके लिए प्रदेश सरकार के निर्देशों के पश्चात उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा सभी में आनलाइन कक्षाओं का उपयोग कर कक्षाएं आयोजित कराई जा रही है।

ताकि पठन-पाठन की प्रक्रिया को सुचारु रखा जा सके। जोकि कहीं न कहीं गरीब लोगों के लिए एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए आनलाइन कक्षाएं अध्ययन करना एक बड़ी समस्या बन चुकी है।

आनलाइन कक्षा संचालन सिर्फ औपचारिकता !

माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं में अधिक छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जोकि गरीब परिवार एवं ग्रामीण क्षेत्रों से संबंध रखते हैं। गरीब परिवार के लिए जहां अपने बच्चों को पर्याप्त रूप में आनलाइन कक्षाओं के लिए साधन उपलब्ध कराना एक विकराल समस्या बन चुकी है।

वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी न आने के कारण भी छात्र-छात्राओं को आनलाइन कक्षाओं को अध्ययन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अब छात्र-छात्राएं भी कहने लगे कि जब तक आनलाइन कक्षाओं के लिए सही रूप से बेस तैयार न किया जाए, कक्षाओं का संचालन करना सिर्फ एक औपचारिकता है।

बच्चों की आंखों पर भी पड़ रहा बुरा असर

वहीं, जो विद्यार्थी आनलाइन कक्षाओं का उपयोग कर अपने पाठन-पठन की प्रक्रिया को पूरा कर रहे, उसमें से अधिकतर लोग मोबाइल का ही उपयोग कर रहे हैं।

जिससे मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन के कारण अधिकतर बच्चों की आंखों पर भी बुरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। अभिभावकों की माने तो पहले की तुलना में बच्चों की आंखों में अब ज्यादा दर्द एवं शिकायत देखने को मिल रही है।

आनलाइन कक्षाओं के लिए सरकार उपलब्ध कराए सुविधा

वहीं, दूसरी ओर अभिभावकों का भी कहना है कि सरकार बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं के माध्यम से सुविधा उपलब्ध कराती है।

ऐसे में इस संकट में भी सरकार को कोई न कोई योजना के माध्यम से बच्चों को सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए। बता दें कि प्रदेश सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न तरह की योजनाएं लाकर शिक्षित कर रही है।

जिससे गरीब से गरीब बच्चा भी शिक्षा ग्रहण कर अपने भविष्य को उज्जवल बना सके। कोविड-19 से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के बीच सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को सुचारू करने के लिए अनेकों प्रयास किए हैं, लेकिन एक गरीब बच्चे के लिए प्रयासों के बीच आर्थिक तंगी में शिक्षा ग्रहण करना असंभव हो गया है।

हालांकि सरकार द्वारा डीडी वन एवं अन्य चैनल के माध्यम से भी कक्षाओं का संचालन कर बच्चों को शिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है।

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