नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। लोहरी एक लोकप्रिय पंजाबी त्योहार है जो मुख्य रूप से उत्तरी भारत में मनाया जाता है। यह पर्व को लोग बड़े ही उत्साह के साथ मनाते है। ऐसा माना जाता है कि यह त्योहार सर्दियों के अंत का प्रतीक है। हालांकि आजकल देशभर में लोग इस पर्व को अपनी सांस्कृतिक परंपराओं के अनुसार मनाते हैं। नवविवाहित जोड़ों के लिए भी यह पर्व बहुत ही खास होता है। अगर आप अपने जीवन साथी के साथ पहली लोहड़ी मनाने वाले हैं तो आपको कुछ विशेष नियमों के बारे में जान लेना चाहिए। शादी के बाद पहली लोहड़ी मनाने वाले लोगों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि नवविवाहितों को लोहड़ी के दिन किन बातों से परहेज करना चाहिए।
सोलह श्रृंगार करें
लोहड़ी के दिन नवविवाहित महिलाओं को सोलह श्रृंगार करना शुभ माना जाता है। नए और पारंपरिक परिधान पहनें, जबकि पुरुष भी इस अवसर पर नए वस्त्र धारण करें। लोहड़ी की पवित्र अग्नि में तिल, गुड़, रेवड़ी आदि अर्पित करें और बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लें।
शुभ रंगों के कपड़े पहनें
नवविवाहित जोड़े लाल, गुलाबी, पीला या अन्य शुभ रंगों के कपड़े पहन सकते हैं। हालांकि, काले रंग के कपड़ों से बचना चाहिए, क्योंकि यह शुभता का प्रतीक नहीं माना जाता है।
नंगे पैर करें परिक्रमा
लोहड़ी की पूजा और अग्नि की परिक्रमा करते समय यह सुनिश्चित करें कि आप नंगे पैर हों। जूते-चप्पल पहनकर परिक्रमा करना अशुभ माना जाता है और इसे जीवन में कष्ट का कारण माना गया है।
जूठा प्रसाद ना डालें
लोहड़ी की अग्नि को पवित्र माना जाता है, इसलिए उसमें तिल, रेवड़ी और पॉपकॉर्न अर्पित किए जाते हैं। ध्यान रखें कि प्रसाद जूठा न हो, क्योंकि इसे अशुभ संकेत माना जाता है।
मांसाहार और शराब से परहेज करें
लोहड़ी के दिन नवविवाहित जोड़े को मांसाहार और शराब का सेवन करने से बचना चाहिए। यह पर्व पवित्र अग्नि और शुभता का प्रतीक है, इसलिए इन चीजों का सेवन वर्जित माना गया है।