जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर की सड़कें दुकानों से सजी हुई है, जबकि फुटपाथों पर पैदल राहगीरों को चलने को नहीं मिल रहा। फुटपाथों पर दुकानदारों ने अस्थाई तरीके से कब्जे कर लिए हैं। जिस लेकर नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। शहर में ये हालात आसानी से देखे जा सकते हैं। जिन पर दुकानदारों ने अपना सामान जमा कर रखा हुआ है। ऐसे में लोगों को खासी परेशानी हो रही है।
अतिक्रमण और जाम नगर की सबसे बड़ी समस्या है। नगर में बेतरतीब बढ़ता बाजार राहगीरों के लिए मुश्किल बनता जा रहा है। नगर निगम की अवैध साप्ताहिक पैंठ का हाल कुछ ऐसा ही है। ऐसा ही नजारा रविवार को अवैध रूप से लगी साप्ताहिक पैंठ में देखने को मिला। जहां देहली गेट एसएचओ की गाड़ी खचाखच भीड़ से गुजरी तो पब्लिक ने कहा कि शहर में अवैध रूप से लग रही साप्ताहिक पैंठ पुलिस की मिलीभगत से लग रही है और परेशान आम नागरिक को होना पड़ रहा है। सड़क पर बाजार लगने से दिन में कई बार जाम लग रहा है।
जिम्मेदार विभाग के अफसर भी इन हालातों के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। नगर निगम द्वारा रोक लगाने के बाद भी नगर में सड़क पर अवैध पैंठ लग रही है, लेकिन इन सबके बावजूद अवैध पैंठ फिर से सजी। अवैध साप्ताहिक पैंठ में बड़ी संख्या में फड़ लगे। जिसमें लोगों की काफी भीड़ नजर आई। अवैध पैंठ को रोकने में पुलिस प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। जिससे नगर निगम को राजस्व की हानि हो रही है। मगर प्रशासन आंखे बंद किए बैठा है। इस बार रविवार को फिर से वहीं पुराना ढर्रा नजर आया। पुराने स्थान पर अवैध पैंठ सजाई गई। जिसमें बड़ी संख्या में फड़ लगाए गए। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अवैध पैंठ में होने वाली किसी भी घटना को जिम्मेदार कौन होगा। वहीं अवैध पैंठ लगने के कारण नगर पालिका को भी राजस्व की हानि हो रही है।
सड़क पर अवैध कब्जा
नगर के सबसे व्यस्ततम रहने वाला शहर घंटाघर रोड पर दिन भर पैर रखने के लिए लोगों को जगह नहीं मिल पाती। वजह है दुुकानदारों का सड़क पर अवैध रूप से कब्जा। दुकानदारों का कुछ सामान ही दुकान में रहता है। जबकि उससे अधिक सामान सड़कों पर फैला रखा है। नगर के मुख्य बाजार में दुकानदारों ने अवैध पैंठ के चलते सड़क के दोनों ओर दुकान के बाहर अपने-अपने तख्त डाल रखे हैं। जिस पर दुकानों का सामान फैला रहता है। इस वजह से सड़क की चौड़ाई कम हो गई है। हालत ये हो गई है कि लोगों का निकलना दुर्भर हो जाता है।