- मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत चलाये जा रहे जन जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
- हक की बात: डीएम के साथ वेबीनार के माध्यम से 200 से अधिक महिला, बेटियों से किया गया सीधा संवाद
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को कलक्ट्रेट एनआईसी बागपत में हक की बात डीएम के साथ वेबीनार के माध्यम से 200 से अधिक महिला बेटियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। डीएम ने कहा कि शिक्षित नारी दो कुलों को रोशन करती है और उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में आगे आना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीएम शकुंतला गौतम ने बालिकाओं द्वारा संवाद कर यौन हिंसा, लैगिंग असमानता, घरेलू हिंसा तथा दहेज हिंसा आदि के सुरक्षा तंत्र सुझावों सहायता हेतु पारस्परिक संवाद किया। महिला व बालिकाओं ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया, जिसका उचित सुझाव/निस्तारण डीएम द्वारा बालिकाओं को दिया गया।
हक की बात डीएम के साथ मुख्य कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में लाना तथा उनके आत्मविश्वास में वृद्धि करने हेतु यह मिशन शक्ति अभियान वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभ किया गया है, जिससे कि बेटियां ,महिलाएं ,आत्मनिर्भर बने सशक्त बने शक्तिशाली बने।
डीएम ने कहा कि एक शिक्षित बेटी दो कुलों को रोशन करती है। इसलिए बेटियों को अच्छे संस्कार दे अच्छी शिक्षा दें, जिससे कि अच्छे राष्ट्र का निर्माण हो और घर परिवार में खुशहाली हो। कहा की मुख्यधारा से जोड़ना बेटियों में आत्मविश्वास को बढ़ावा देना ही मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य है ।उन्होंने नारी शिक्षा ,नारी सुरक्षा नारी स्वालम्बन को बढ़ावा देना मुख्य प्राथमिकता है विभिन्न प्रकार की समाज में नकारात्मक परंपराओं एवं कुरीतियों को समाप्त करना होगा।
जिस महिला को जो समस्या है उसे अपनी आवाज उठानी होगी और आगे बढ़ना होगा अपनी आवाज को दबाए नहीं उठाएं। कहा सरकार द्वारा वन स्टॉप सेंटर की स्थापना एक छत के नीचे जनपद बागपत में की गई है और उनका किसी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को परामर्श की सुविधा पुलिस सहायता कानूनी चिकित्सा सहायता और परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए की गई है।
केंद्र पर बैंकिंग सुविधा हेतु बैंकिंग पटल एवं आधार कार्ड सेवा केंद्र भी बनाया गया है, जिसका महिलाएं लाभ ले सकती हैं। वन स्टॉप सेंटर में एक महिला हेल्पलाइन भी संचालित है कोई भी टोल फ्री नंबर पर कॉल कर परामर्श ले सकता है और सहायता प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा घरेलू हिंसा के जो भी मामले आए हैं जैसे स्नेहा अहमदनगर, कुसुम बड़का, संगीता बसौद, चंद्रो बडोली, नीलम सूप, मुशीर्दा बड़ाबद आदि की समस्याओं का जिलाधिकारी ने बहुत ही गंभीरता से सुना और उनसे संवाद किया। डीएम ने विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से सात मामलों को रेफर किया।
चार मामले बाहर के भी सुनने को मिले जो मुजफ्फरनगर, सोनीपत, दिल्ली, गाजियाबाद के थे जिसमें जिलाधिकारी ने संबंधित जिला प्रशासन को उनकी बात को पत्राचार के माध्यम से संबंधित प्रशासन को पहुंचाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिराम त्रिवेदी, विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव सारिव अली, स्वदेश कुमार शर्मा, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी भास्कर पांडे आदि रहे।