Saturday, July 12, 2025
- Advertisement -

आत्मा को निर्मल कर परिग्रह का त्याग करना उत्तम आंकिचन्य

  • दशलक्षण पर्व के नौंवे दिन श्री जी का सामूहिक पूजन किया

जनवाणी संवाददाता |

नजीबाबाद: दशलक्षण धर्म के नौंवे दिन उत्तम आंकिचन्य धर्म पर चर्चा करते हुए जैन वक्ताओं ने कहा कि
आवश्यकता के अनुसार वस्तुओं को रखना आंकिचन्य धर्म है, लेकिन अपनी आत्मा में निर्मलता ला कर केवल आत्मा का ध्यान करते हुए सांसारिक वस्तुओं का त्याग करना उत्तम आंकिचन्य धर्म है। इस मौके पर श्री दिगम्बर जैन पंचायती व सरजयती मंदिर में सामूहिक पूजन किया गया।

पूरी खबर के लिए पढ़े जनवाणी
एजेन्ट गुप्ता जी 9639005146

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Opration Sindoor के बाद सेना की नई रणनीति,आतंकियों का जंगलों में ही होगा खात्मा

जनवाणी ब्यूरो |नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय...

Saif Ali Khan: रोनित रॉय का खुलासा, सैफ पर हमले के बाद करीना भी बनीं निशाना

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...
spot_imgspot_img